कोरोना महामारी ने दुनियाभर में कोहराम मचा रखा है, जिसे कंट्रोल करने के लिए वैज्ञानिकों की उम्मीदें वैक्सीन पर टिकी हैं। वैक्सीन की रेस में भारत के साथ ऑक्सफोर्ड भी काफी आगे चल रहा है। उम्मीद है कि अगले साल तक लोगों को ऑक्सफोर्ड वैक्सीन मिलनी शुरू हो जाएगी।
क्रिसमिस तक उपलब्ध होगा वैक्सीन का डाटा
यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि उनकी वैक्सीन के लेट-स्टेज ट्रायल के परिणामों की रिपोर्ट क्रिसमस तक आ जाएगी। ऑक्सफोर्ड में बाल चिकित्सा संक्रमण और प्रतिरक्षा में विशेषज्ञ एंड्रयू पोलार्ड ने कहा कि गर्मियों में संक्रमण की दर धीमी हो गई थी लेकिन तीसरे चरण के परीक्षणों के आधार पर वो डाटा जमा कर रहे हैं, जिसके मिलने की संभावना क्रिसमस तक है।
जल्द शुरू होगा बड़े पैमाने पर उत्पादन
बता दें कि फार्मा कंपनी फाइजर और मॉडर्न ने हाल ही अपनी वैक्सीन को 95% कारगार बताया था। हालांकि कंपनियों में किसी तरह का कोई कॉम्पिटिशन नहीं है क्योंकि महामारी को कंट्रोल करने के लिए कई टीकों की जरूरत होगी। पोलार्ड ने कहा कि दुनिया अभी भी कोरोना के खिलाफ लोगों की सुरक्षा के प्रयास के शुरुआती चरण में है। नियामकों, दवा निर्माताओं और सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा वैक्सीन को अनुमति मिलने के बाद खुराक का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरु किया जाएगा।
क्या होगी कीमत?
पूनावाला ने कहा कि ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन की साल 2021 तक लोगों को उपलब्ध हो जाएगी, जिसकी कीमत ज्यादा से ज्यादा 1000 रुपए हो सकती है। वैक्सीन की 30-40 करोड़ खुराक जल्द ही भारत को मिल जाएगी, जिसका टीकाकारण वैक्सीन को अनुमति मिलने के बाद शुरू किया जाएगा।