अभिनेत्री नुसरत भरूचा इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म ''जनहित में जारी'' को लेकर सुर्खियों में बनी हुई है। इस फिल्म में उन्होंने कंडोम बेचने वाली लड़की का किरदार निभाया है। नुसरता का कहना है कि उनके परिवार और दोस्तों के बीच इस विषय में हमेशा से बेहद सामान्य तौर पर बातचीत होती है।
छोटे शहर के सामाजिक हालात को मजाकिया अंदाज में पेश करने वाली यह फिल्म ''जनहित में जारी'' इस शुक्रवार सिनेमाघरों में लगने वाली है। अभिनेत्री नुसरत भरूचा ने कहा कि उन्होंने मध्यप्रदेश के चंदेरी में अपनी एक फिल्म की शूटिंग के दौरान कंडोम को लेकर सामाजिक वर्जना महसूस की
भरूचा ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा- "मैं मुंबई में पली-बढ़ी हूं और वहां कंडोम को लेकर किसी भी बात से मुझे कभी कोई हिचक महसूस नहीं हुई क्योंकि गर्भनिरोध के इस साधन को लेकर मेरे परिवार और दोस्तों के बीच हमेशा बहुत सामान्य तौर पर बातचीत की जाती है…लेकिन जब मैंने चंदेरी की गलियों में फिल्म की शूटिंग के दौरान वहां के स्थानीय मर्दों के सामने कंडोम शब्द बोला, तो मुझे उनकी प्रतिक्रिया देखकर लगा कि इस विषय में समाज में अब भी झिझक और वर्जना है जिसे तोड़ा जाना बाकी है।’’
भरूचा ने कहा कि कंडोम के विज्ञापनों को इस तरह पेश किया जाता है कि दर्शकों के दिमाग में सबसे पहले सेक्स का ख्याल आता है जिससे समाज में गर्भनिरोध के इस साधन को लेकर शर्म, हिचकिचाहट और मजाक का भाव पैदा होता है। 37 वर्षीय अभिनेत्री ने पूछा- क्या हम विज्ञापनों में कंडोम को अनचाहे गर्भ से सुरक्षा के साधन के रूप में पेश नहीं कर सकते?"
अभिनेत्री ने साथ मेंयह भी कहा कि- अगर लड़का कंडोम न खरीदे तो लड़कियों को अपने साथ सैनेटरी पैड की तरह कंडोम रखने चाहिए।"जय संतोषी मां" (2006), "लव, सेक्स और धोखा" (2010), "प्यार का पंचनामा" (2011) और "सोनू के टीटू की स्वीटी " (2018) जैसी फिल्मों में नजर आ चुकीं भरूचा ने कहा कि वह हमेशा अलग-अलग किरदार निभाना चाहती हैं।