कपूर खानदान में एक नीतू कपूर ही ऐसी बहू हैं जो सबसे ज्यादा लाइमलाइट बटौरती आ रही हैं। नीतू कपूर ने फिल्मी करियर के बाद बड़े अच्छे से अपना परिवार और बच्चे संभाले। उनके दो बच्चे हैं रणबीर और रिद्धिमा, जिनके बारे में लोग ज्यादातर जानते हैं, जहां रिद्धिमा एक फैशन डिजाइनर हैं और दिल्ली बेस्ड बिजनेसमैन भरत साहनी की बीवी और रणबीर कपूर के बारे में तो सबको ही पता है कि वह बॉलीवुड के नामी हीरो हैं। और बहु आलिया भट्ट भी इंडस्ट्री की जानी मानी एक्ट्रेस।
अकेले रहती है नीतू कपूर
बच्चे और आगे उनके बच्चे होने के बावजूद नीतू कपूर घर में अकेले रहती हैं। दरअसल, एक्टर ऋषि कपूर के निधन के बाद से नीतू कपूर अकेले अपने घर में रहती हैं। हालांकि, रणबीर कपूर और उनकी बेटी रिद्धिमा कपूर हमेशा उनसे मिलने आते-जाते रहते हैं लेकिन उनके साथ नहीं रहते, दरअसल बच्चे तो मां के साथ रहना चाहते हैं लेकिन नीतू ऐसा नहीं चाहती लेकिन ऐसा क्यों चलिए जान लेते हैं?
इस बारे में नीतू ने खुद कहा था कि - 'मैं चाहती हूं कि वो अपनी जिंदगियों में बिजी रहें। मेरा कहना है मेरे दिल में रहो। मेरे सिर पर मत चढ़ो। जब महामारी के दौरान जब रिद्धिमा मेरे साथ एक साल रही तब मैं बहुत तनाव में थी, क्योंकि वह वापस नहीं जा सकी। मैं बैचेन हो जाती थी, मैं उससे कहती थी तुम जाओ, भरत अकेला है। मैं वाकई उसे दूर भेज रही थी क्योंकि मुझे मेरी प्राइवेसी पसंद है और मैं ऐसा ही जीवन जीने की आदी हूं।'
ऐसे पड़ी थी नीतू को अकेले रहने की आदत
दरअसल नीतू को अकेेले रहने की आदत तब पड़ गई थी जब उन्होंने रिद्धिमा को पढ़ाई के लिए लंदन भेजा था तब वह बहुत रोया करती थी लेकिन कई साल बाद जब रणबीर गया तो वह नहीं रोई। तब रणबीर ने मां से कहा था, 'मां तुम मुझे प्यार नहीं करतीं तो नीतू ने कहा था कि ऐसा नहीं था, तब तक मैं अपनी लाइफ में बच्चे के बिना रहना सीख गई थी। इसलिए जब दोबारा यही हुआ तो मैं तैयार थी। मेरा मानना है कि जब वे विदेश में थे तो मैं अकेले रहना सीख गई थी। '
बच्चों की नहीं छिनना चाहती आजादी
नीतू अब ये मानती हैं कि उनकी भी अपनी लाइफ है। इसलिए वो अपने बच्चों से कहती हैं कि उन्हें रोज मत मिलो लेकिन टच में रहो क्योंकि वो नहीं चाहती कि बच्चे सारा दिन उनके आगे पीछे ही घूमते रहे। वो इंडिपेंडेंट हैं और उन्हें वैसी ही लाइफ पसंद है।
नीतू को पर्सनल स्पेस चाहिए, इसलिए वो अपने बच्चों से अब अलग रहना चाहती हैं जिस तरह बच्चों को एक स्पेस चाहिए होती है, उसी तरह पेरेंट्स को भी। क्या आप भी नीतू कपूर की इस सोच से सहमत हैं।