सभी माता-पिता अपने बच्चों को हेल्दी व एक्टिव देखना पसंद करते हैं। ऐसे में वे उनकी डेली डाइट का खास ध्यान रखते हैं। मगर बच्चे अक्सर खाने-पीने में आनाकानी करते हैं। इसके कारण उन्हें सभी जरूरी तत्व नहीं मिल पाते हैं। जिससे केवल बच्चों का शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक विकास भी रूक जाता है। कई बार यह दिक्कत इतनी बढ़ जाती है कि बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते हैं। बता दें कि भोजन में पोषक तत्वों की कमी के कारण हर साल भारी संख्या में बच्चे कुपोषण का शिकार होते हैं। इसके अलावा बच्चों की मौत दर बढ़ने का कारण भी कुपोषण ही माना जाता है।
ऐसे में हर साल 1 से 7 सितंबर तक 'National Nutrition Week' यानि 'राष्ट्रीय पोषण सप्ताह' मनाया जाता है। ताकि लोगों को विटामिन, प्रोटीन, आयरन आदि जरूरी पोषक तत्वों के बारे में जागरूक किया जा सके। चलिए आज हम आपको 'राष्ट्रीय पोषण सप्ताह' के अवसर पर कुछ खास चीजें व बच्चों की डेली डाइट में शामिल करना का तरीका बताते हैं।
अंडा
अंडा कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन, ओमेगा 3 फैटी एसिड आदि से भरपूर होता है। यह बच्चे के शारीरिक व मानसिक विकास होने में मदद मिलती है। आप बच्चों को डेली बॉयल एग या फिर ऑमलेट शामिल कर सकती है।
डेयरी प्रोडक्ट्स
डेयरी प्रोडक्ट्स में सभी जरूरी तत्व व एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से इम्यूनिटी बढ़ने के साथ मांसपेशियों व हड्डियों में मजबूती आती है। इसके साथ ही बच्चों को सही वजन पाने में मदद मिलती है। ऐसे में आप अपने बच्चे के बेहतर शारीरिक व मानसिक विकास के लिए उनकी डेली डाइट में दूध, पनीर, मक्खन आदि डेयरी प्रोडक्ट्स शामिल करें।
आलू
आलू तो बच्चों की फेवरेट सब्जी में आता है। ऐसे में वे इसे बड़े ही चाव से खाना पसंद करते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह खाने में टेस्टी होने के साथ इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और कार्ब अधिक मात्रा में होते हैं। ऐसे में आलू खाने से बच्चे को सही वजन मिलता है। ऐसे में अगर आपका बच्चा दुबला-पतला है तो आप उसे रोजाना उबालकर या भूनना हुआ आलू खिला सकती है।
सूखे मेवे
सूखे मेवों में प्रोटीन, विटामिन, सोडियम, पोटेशियम, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरिल गुण होते है। इसका सेवन करने से शरीर को सभी जरूरी तत्व आसानी से मिल जाते हैं। ऐसे में बच्चे का मानसिक व शारीरिक विकास होने में मदद मिलती है। इसके साथ इम्यूनिटी तेज होती है। ऐसे में मौसमी व अन्य बीमारियों की चपेट में आने का खतरा कम रहता है। इसके साथ ही थकान, कमजोरी दूर होकर शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। आप अपने बच्चों को रोजाना भिगे बादाम, अखरोट, किशमिश, मूंगफली आदि खिला सकती है। इसके अलावा आप ड्राई फ्रूट्स को शेक, स्मूदी, हलवा, खीर आदि में मिलाकर भी बच्चों को खिला सकती है।
ताजे फल या जूस
फलों में विटामिन, कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन, पोटेशियम, एंटी-ऑक्सीडेट, एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इनका सेवन करने से शरीर को सभी जरूरी न्यूट्रियंट्स आसानी से मिल जाते हैं। इससे इम्यूनिटी व पाचन तंत्र मजबूत होता है। ऐसे में बीमारियों से लड़ने की शक्ति मिलती है। आप बच्चों की डेली डाइट में ताजे फलों का जूस, सलाद शामिल कर सकती है। इसके अलावा आप फलों को शेक, स्मूदी, कस्टर्ड आदि में मिलाकर बच्चों को खिला सकती है।