सलाद खाना सेहत के लिए कितना फायदेमंद होता है ये तो हम सभी जानते हैं। मगर, क्या आपने कभी सोचा कि सलाद को आप कमाई का जरिए भी बना सकते हैं। जी हां, एक हाउसवाइफ आज अपनी इसी सोच से लाखों में खेल रही हैं। हम बात कर रहे हैं पुणे की रहने वाली मेघा बाफना की। मेघा ने अपने स्टार्टअप को ‘कीप गुड शेप’ (Keep Good Shape) नाम दिया है, जिसकी टैग लाइन ‘योर हेल्थ इज आवर रिस्पांसिबिलिटी’ (Your Health is Our Responsibility) है। चलिए आपको बताते हैं मेघा के इस सलाद बिजनेस और उनके सफर के बारे में...
अनुभव से खड़ा किया लाखों का बिजनेस
पुणे में रहने वाली मेघा का रियल एस्टेट सेक्टर में बेहतरीन एक्सपीरिएंस है। अपने इसी अनुभव का इस्तेमाल कर उन्होंने सलाद को बिजनेस में बदलने का सोचा। उन्होंने महज 3,000 हजार रुपए में यह काम शुरू किया था। क्योंकि उन्हें स्टार्टअप के लिए ज्यादा इन्वेस्टमेंट नहीं चाहिए थे इसलिए प्रेशर कुकर, कंटेनर्स, पैकिंग बॉक्सेस, सलाद के लिए सब्ज़ियाां, ग्रेन्स आदि महज 3, 500 रुपए में आ गया।
व्हाट्सएप से किया बिज़नेस शुरू
लोगों तक अपने सलाद का स्वाद पहुंचाकर वह पिछले 4 सालों में करीब 22 लाख रु की कमाई कर चुकी हैं। 2017 में उन्होंने अपने घर से ही बिजनेस शुरू किया। बिजनेस की प्रमोशन के लिए उन्होंने 4 लाइन्स का क्रिएटिव ऐड बनाकर व्हाट्सएप के जरिए लोगों तक पहुंचाया। धीरे-धीरे मेघा को सलाद के आर्डर मिलने लग गए और पुणे के हर घर में उनके सलाद की डिमांड है। पहले दिन उन्हें 5 ऑर्डर मिले लेकिन धीरे-धीरे उनका बिजनेस बढ़ता गया और आज वह सक्सेसफुल बिजनेस वुमेन बन गई हैं।
आसान नहीं था मेघा का सफर
मेघा ने बताया कि उनका सफर आसान नहीं था लेकिन कड़ी मशक्कत से उन्होंने सफलता की सीढ़िया चढ़ ली। सलाद के पैकेट तैयार करने के लिए वह सुबह 4:30 बजे उठती था। मेघा ने बाजार से सब्जियां लाने तक मसाला बनाने का काम खुद की। इसके साथ ही उन्हें घर भी संभालना होता था। एक मोड़ पर उन्हें नुकसान भी उठाना पड़ा लेकिन उन्होंने काम नहीं बंद किया। मगर, कहते हैं कि मेहनत और जिद्द के आगे मुश्किल भी हार मान जाती है। जल्द ही मेघा के ऑर्डर की गिनती के साथ मुनाफा बढ़ता गया और वह महीने में 5-7 हजार रु कमाने लगी।
महिलाओं का भी बनी सहारा
बिजनेस की शुरूआत में उनका शेड्यूल काफी हेक्टिक रहा लेकिन उनके पति व सास ने मेघा का पूरा साथ दिया। हालांकि शुरूआत में वह अकेली थी लेकिन अब एक पूरी टीम के साथ मिलकर वह अपना बिजनेस चलाती हैं। खास बात तो यह है कि उन्होंने सिर्फ महिलाओं को ही काम पर रखा है। दरअसल, जब उन्हें अपनी बाई के जरिए पता चला कि कुछ महिलाएं काम करना चाहती हैं लेकिन उन्हें बाहर जाने की इजाजत नहीं है तो मेघा ने उनकी मदद करने की सोची और मदद के लिए आगे आई। अपने बिजनेस के जरिए उन्होंने गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को रोजगार दे दिया। फिलहाल मेघा मुंबई में भी अपना बिजनेस सेट करने की सोच रही हैं।
कुछ हटके है उनका मेन्यु
लॉकडाउन के पहले उनके 200 रेगुलर कस्टमर्स बन चुके थे, जिसमें स्कूल के बच्चे, युवा, बड़े-बूढ़े, सभी उम्र के लोग शामिल है। वहीं अब महीने में उनकी 75,000 से 1 लाख रु तक की बचत हो जाती है। मेन्यु की बात करें तो उनके सलाद में हर दिन कुछ नया होता है। हालांकि वह सिर्फ हफ्ते के 5 दिन ही डिलीवरी करती हैं। सलाद के स्वाद व वैरायटी के साथ वह क्वालिटी का भी पूरा ध्यान रखती हैं। उनके मैन्यु में 22 तरह के सलाद होते हैं, जो डायबिटीज या अन्य बीमारी से पीड़ित मरीज भी खा सकते हैं।
मेघा उन सभी के लिए महिलाओं के लिए प्रेरणा है जो शादी के बाद अपने टैलेंट, हॉबी और पैशन को छिपा लेती हैं। अगर थोड़ी-सी हिम्मत और टाइम मैनेजमेंट कर ली जाए तो कोई भी काम मुश्किल नहीं होता।