नारी डेस्क: अभिनेत्री मंदिरा बेदी ने अपने पति राज कौशल के निधन के बाद खुद को कैसे संभाला, इसके बारे में हाल ही में खुलकर बात की है। राज कौशल का निधन 2021 में हार्ट अटैक के कारण हुआ था। मंदिरा ने इस कठिन समय का सामना कैसे किया और उनके बिना पहले त्योहारों को बिताने का अनुभव कैसा था, इस पर अपने विचार साझा किए।
पहले साल के खास दिन थे बहुत मुश्किल
मंदिरा बेदी ने कहा कि दुख से उबरने का कोई सीधा रास्ता नहीं होता, हमें इसे महसूस कर के ही आगे बढ़ना पड़ता है। उन्होंने बताया कि उनके लिए पहले साल के त्योहार और खास दिन बहुत कठिन थे। मंदिरा ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा, "पहली बार जन्मदिन, सालगिरह, दिवाली, नया साल इन सभी खास दिनों का गुजरना बहुत भारी था। उस वक्त बस कमरे में अकेले बैठकर रोने का मन करता था और इतना रोते थे कि आंसू भी खत्म हो जाते थे।"
बेटे वीर को रोने से नहीं रोका
मंदिरा ने अपने बेटे वीर के बारे में भी बात की, जो अपने पिता से गहरे जुड़ा हुआ था और उनका निधन होने के बाद बहुत दुखी हुआ था। मंदिरा ने कभी वीर को रोने से नहीं रोका। उन्होंने कहा, “मैंने उसे कभी नहीं कहा कि लड़के नहीं रोते। मैंने उसे कहा, जितना मन करे उतना रो लो। जब उसका दुख बाहर निकल जाएगा, तब हम राज को खुशी-खुशी याद कर पाएंगे।”
बरसी नहीं मनाने का फैसला
राज के निधन के बाद मंदिरा ने एक महीने और एक साल की पूजा जरूर की, लेकिन उसके बाद उन्होंने तय किया कि अब वे राज की बरसी नहीं मनाएंगी। मंदिरा ने कहा, “इस दिन को याद करने जैसा कुछ नहीं है, यह हमारे लिए बहुत दुख का दिन है। हमें इसे खास बनाने की कोई जरूरत नहीं लगती।”
राज के जन्मदिन पर छोटी सी पूजा
अब मंदिरा हर साल 15 अगस्त को, जो राज का जन्मदिन है, एक छोटी सी पूजा करती हैं और फिर राज के पसंदीदा खाने के साथ लंच करती हैं। मंदिरा ने कहा, “हम इसी तरह उन्हें याद करते हैं। उनकी असली पहचान उन लोगों में है जिनकी जिंदगी को उन्होंने छुआ। अब हम हंसी-खुशी उन्हें याद करते हैं।”
मंदिरा बेदी का यह बयान उनके दुख और उन्हें सहन करने के तरीके को दर्शाता है। उन्होंने अपने दर्द को सहते हुए एक सकारात्मक तरीके से अपने पति की यादें संजोने का तरीका अपनाया है।