मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेसिंग कोरोना से बचने के 3 मुख्य तरीके हैं। हम ऐसा बिल्कुल नहीं कह सकते कि तीनों में से कुछ एक खास है। बस जरूरत है तो इनमें से दूसरे नंबर पर बताए गए हैंड सैनिटाइजर का सोच समझकर इस्तेमाल करने की। जैसा कि सब जानते हैं, हैंड सैनिटाइजर में अल्कोहल पाया जाता है। अल्कोहल युक्त कोई भी पदार्थ हीट के संपर्क में आने से बलास्ट कर सकता है। ऐसा ही कुछ खबरों में भी देखने को मिल रहा है।
600 डिग्री तापमान तक है खतरा
अगर बात करें क्या वाक्य में ही हैंड सैनिटाइजर के जरिए कार या फिर किसी भी स्थान पर आग लग सकती है? अब तक इस बात को लेकर कई शोध सामने आ चुके हैं। उन शोध के अनुसार प्लास्टिक की बोतल में पड़ा कोई भी हैंड सैनिटाइजर जब 300 या फिर 600 से अधिक तापमान के संपर्क में आता है तो उसके फटने के चांसिस 60 प्रतिशत तक सफल हो सकते हैं।
गाड़ी में रखा हैंड सैनिटाइजर
बात अगर करें गाड़ी में पड़े हैंड सैनिटाइजर के बारे में तो भारत में गर्मी का तापमान बढ़ता चला जा रहा है। धूप में खड़ी गाड़ियां किसी भट्टी से कम नहीं होती। आए दिन गाड़ियों में विस्फोट की खबरें भी सुनाई देती रहती हैं। तो ऐसे में किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए गाड़ी में सैनिटाइजर न रखें तो इसी में भलाई है।
विदेशी सोशल साइट
हाल ही में विदेश की एक सोशल साइट (WLFD) द्वारा एक पोस्ट डाली गई थी, जिसमें उन्होंने एक कार को आग लगा हुआ दिखाया था। यह तस्वीर काफी ज्यादा वायरल हुई, जिसमें लोगों ने कॉमेंट्स किए कि कार में हैंड सैनिटाइजर की वजह से बलास्ट हुआ है। मगर तस्वीर को वायरल होता देख सोशल साइट ने पोस्ट द्वारा इस बात की साफ किया कि कार में कोई सैनिटाइजर नहीं था, कार के दरवाजे को आग लगने की वजह कुछ और है।
सैनिटाइजर को रखने के लिए बेस्ट जगह
-कार में सैनिटाइजर रखने की बजाय इसे अपनी जेब में रखें।
-जितनी जल्दी हो सके पॉकेट से निकाल कर इसे नार्मल टेंपरेचर वाली जगह पर रख दें।
-सैनिटाइजर को फ्रिज में रखने की गलती न करें।
-बच्चों का बताएं कि इसे मुंह के पास नहीं लगाना।
-हाथ सैनिटाइज करने के बाद वॉशरूम हीटर का इस्तेमाल बिल्कुल न करें।
-सैनिटाइजर लगाने के बाद गैस ऑन मत करें।