नारी डेस्क: पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत की निशानेबाज अवनि लेखरा ने कमाल कर दिखाया है। वह देश की उम्मीदों पर खरी उतरी और उन्होंने पैरालंपिक रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया।22 साल की अवनि ने फाइनल में 249.7 अंक बनाए, जो एक पैरालंपिक रिकॉर्ड है। अवनि पैरालंपिक में दो गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट हैं. साथ ही वह ऐसी पहली भारतीय एथलीट हैं जिन्होंने पैरालंपिक गेम्स में बैक टू बैक मेडली जीते हैं।
पंजाब के तेगबीर ने बनाया World Record
टोक्यो में रचा था इतिहास
स्टार पैरा शूटर जयपुर की अवनि लेखरा ने टोक्यो में 2020 ग्रीष्मकालीन पैरालिंपिक में दो स्पर्धाओं में अपने ऐतिहासिक प्रदर्शन से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था। बेहतरीन खेल प्रदर्शन के लिए अवनी को खेल रत्न पुरस्कार, यंग इंडियन ऑफ द ईयर, पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है।
लेखरा के नाम कई खिताब
लेखरा पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता पहली भारतीय महिला हैं। उन्होंने पूर्व ओलंपिक चैंपियन अभिनव बिंद्रा से प्रेरित होकर 2016 में ग्रैली शुरू की और तब से कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खिताब जीते हैं। 3 सितंबर 2021 को, वह महिलाओं की 50 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग ब्रोकरेज में कांस्य पदक जीतने के बाद पैरालिंपिक इतिहास में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पैरालिंपियन बनी थी।
2012 में कार दुर्घटना के बाद बदल गई जिंदगी
2012 में 11 साल की उम्र में एक कार दुर्घटना में उसके शरीर का अंग पूरी तरह से लकवाग्रस्त हो गया । उसके पिता ने उसे खेलों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया था। अवनी की मेहनत और दृढ़ संकल्प ने उन्हें 2020 टोक्यो पैरा ओलम्पिक में भाग लेने का मौका दिलाया, जहां उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल SH1 इवेंट में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। वे पैरा ओलम्पिक में गोल्ड जीतने वाली भारत की पहली महिला बनीं। ।