थायराइड की समस्या आजकल आम देखने को मिलती है। खासतौर पर औरतें इस बीमारी से कंट्रोल रहती है, जिसका अगर समय रहते इलाज ना किया जाए तो अनियमित महावारी जैसी समस्याएं होने लगती हैं। वहीं, पीरियड्स में गड़बड़ी के कारण महिलाओं को कंसीव करने में भी दिक्कत हो सकती हैं। महिलाएं इस बीमारी को कंट्रोल करने के लिए दवाओं का सहारा लेती हैं लेकिन आप डाइट और कुछ घरेलू नुस्खे से भी इस बीमारी को काबू कर सकती हैं। चलिए जानते हैं थायराइड को कंट्रोल करने के लिए कैसी हो आपकी डाइट
दो तरह के होते हैं थायराइड
थायरायड ग्रंथि रक्त में थायराइड हार्मोन छोड़ती है। जब थायरायड ग्रंथि ठीक से काम नहीं करती तो हाइपोथायरायडिज्म या हाइपरथायरायडिज्म की समस्या हो सकती है। हाइपरथायरायडिज्म के दौरान शरीर में थायराइड हार्मोन सामान्य अधिक जबकि हाइपोथायरायडिज्म में थायराइड हार्मोन का स्तर कम हो जाता है। ये दोनों स्थितियां शरीर के विभिन्न कार्यों के सामान्य कामकाज को प्रभावित कर सकती हैं।
थायराइड को कंट्रोल करने के लिए सबसे जरूरी नियम है संतुलित आहार... ऐसे में थायराइड हार्मोन के स्तर को सामान्य रखने के लिए आपको आहार में कुछ बदलाव करने होंगे।
हाइपोथायरायडिज्म के लिए डाइट
हाइपोथायरायडिज्म के कारण ना सिर्फ वजन बढ़ता है बल्कि इससे अनियमित पीरियड्स, पुरानी कब्ज, त्वचा में रुखापन, मांसपेशियों में थकान, आयोडीन की कमी और अवसाद हो सकता है। इसके लिए आयोडीन युक्त नमक, ब्राजील या हेज़ल नट्स, अस्थि शोरबा, मछली और वसायुक्त मछली, जैतून तेल, ग्रीक दही, पनीर, कम वसा वाला दूध और अंडे आदि खाएं। इसके अलावा सोया प्रोडक्ट्स, ब्रोकली, बंदगोभी, पालक, ब्रसल स्प्राउट्स (Brussel Sprouts) से परहेज रखें।
हाइपरथायरायडिज्म के लिए डाइट
हाइपरथायरायडिज्म के कारण शरीर में आयोडीन, सेलेनियम, कैल्शियम, जस्ता की कमी हो सकती है। इसके कारण वजन कम होने लगता है, जिसकी वजह से महिलाओं को कंसीव करने में भी दिक्कत आ सकती है। ऐसे में इसे कंट्रोल करने के लिए हर 2-3 घंटे में फल खाना चाहिए। इसके साथ ही डाइट में सोया चंक्स, फाइबर युक्त सब्जियां, लीन चिकन, मछली, तुलसी, बाजरा, ब्राउन राइस और ग्रीन टी लें। इसके अलावा आयोडीन युक्त नमक, सीशेल फूड्स जैसे केकड़े, प्रोसेस्ड मीट, तला हुआ, नमकीन खाना और डेयरी उत्पाद से परहेज रखें।
कैलोरी आहार कम लें
संतुलित, कैलोरी फ्री चीजें जैसे जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, प्रोटीन और फलियां खाएं। चूंकि थायराइड वजन को प्रभावित करता है इसलिए कैलोरी नियंत्रित करना बहुत जरूरी है।
थायराइड के लिए डाइट चार्ट
मॉर्निंग मील - सुबह (सुबह 7.00 - 7.30 बजे) - 1-2 कप गुनगुना पानी
नाश्ता (सुबह 7.30 - 8.30 बजे) - 1-2 अंडे, एक गिलास दूध और टोस्ट
ब्रंच (10.00 - 10.30 बजे) - एक कप ग्रीन टी के साथ मुट्ठीभर ब्राज़ील नट्स
दोपहर का भोजन (12.30 - 1.00 बजे) - सब्जियों के साथ ग्रील्ड , जैतून तेल में बनी हुई
नाश्ता (शाम 4.00 बजे) - भुने हुए हेज़ल नट्स
रात का खाना (7.30 - 8.00 बजे) - जैतून तेल में ग्रिल्ड की हुई सब्जियां
अब जानते हैं कुछ घरेलू नुस्खे...
अदरक
पोटेशियम और मैग्नीशियम से भरपूर अदरक थायराइड के लिए सबसे आसान घरेलू उपचारों में से एक है। अदरक की चाय , तेल या इसे सब्जी पकाने के लिए यूज करें। इसके अलावा अदरक चबाने से भी थायराइड कंट्रोल रहेगा।
हल्दी वाला दूध
रोजाना हल्दी वाला दूध पीने या हल्दी को भूनकर खा से भी थायराइड की बीमारी कंट्रोल होगी।
प्याज से मसाज
प्याज को काटकर सोने से पहले थायराइड ग्लैंड के आस-पास क्लॉक वाइज मसाज करें। फिर उस् रातभर के लिए ऐसे ही छोड़ दें। नियमित ऐसा करने से आपको खुद रिजल्ट देखने को मिलेगा।
नारियल तेल
नारियल तेल में मीडियम-चेन फैटी एसिड होते हैं जो थायरॉयड ग्रंथि के बेहतर कामकाज में मदद करते हैं। आप भोजन पकाने के लिए नारियल तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
सेब का सिरका
सेब का सिरका हार्मोन संतुलन के साथ चयापचय में सुधार करता है। थायराइड कंट्रोल करने के लिए सेब के सिरके को शहद के साथ पानी में मिलाकर रोज सुबह लिया जा सकता है।