देश में कोरोना की दूसरी लहर से हाहाकार मचा है। कोरोना के प्रकोप को देखते हुए 1 मई से 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को भी कोरोना का टीका लगना शुरू हो जाएगा। वहीं शराब के शौकिन कोरोना का टीका लगवाने से पहले काफी असमंजस में हैं। वे यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि वैक्सीनेशन के बाद शराब पीए या नहीं।
क्या कहा है सरकार ने?
इस बारे में सरकार की तरफ से भी कोई एडवाइजरी जारी नहीं की गई है। लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के ऑफिसियल वेबसाइट पर जारी गाइडलाइन के मुताबिक इस बात के कोई साक्ष नहीं मिले हैं कि वैक्सीन लगने के बाद शराब पीने से उसका प्रभाव कम हो जाएगा।
हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादा अच्छा होगा की टीका लगने के बाद शराब से परहेज किया जाए। वहीं डब्लू एचओ सीडीसी और अन्य मेडिकल बोर्ड की तरफ से भी इस बारे में कोई एडवाइजरी जारी नहीं की गई है।
एंटीबॉडी पर सीधे तौर पर प्रभाव
बता दें कि अल्कोहल के सेवन से शरीर में बनने वाले एंटीबॉडी पर सीधे तौर पर प्रभाव पड़ता है। क्योंकि जब वैक्सीन ली जाती है तो शरीर में मौजूद एंटीबॉडीज संक्रमण के हमलों से उसे सुरक्षित रखता है। इस दौरान अगर आप शराब के सेवन से परहेज करें तो आपकी सेहत के लिए अच्छा होगा।
इम्यून सिस्टम पर पड़ता है प्रभाव
ज्यादा शराब का सेवन आपकी रोगप्रतिरोधी क्षमका पर असर कर सकता है। जिससे संक्रमण से लड़ने में आपका शरीर कमजोर पड़ सकता है। यूके में मेडिसिन्स एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी की माने तो अत्यधिक शराब का सेवन कोरोना वैक्सीन की इफेक्टिवनेस पर पड़ता है। लेकिन इस बारे में कोई सटीक जानकारी अभी तक नहीं मिली है।