घर या खुद के बेडरूम को अच्छी तरह डैकोरेट करना काफी आसान काम है लेकिन दिक्कत तब आती है जब बच्चे का कमरा सजाना हो। बच्चों का व्यवहार व स्वभाव बड़ो के काफी अलग होता है इसलिए उनके कमरे की सजावट काफी सोच-समझकर करनी पड़ती है। बच्चों के कमरे की सजावट ऐसी होनी चाहिए जो उनके मूड़ को खुशनुमा बना दें। अगर बच्चे के कमरे की सजावट बोरिंग होगी तो उनका मन पढ़ाई में भी नहीं लगेगा। घबराइए मत... बच्चे का कमरा सजाने के लिए हम आपको ढेरों रुपए खर्च करके महंगे शो पीज रखने के लिए नहीं कहेंगे बल्कि आप अपनी थोड़ी-सी सूझ-बूझ और क्रिएटिविटी दिखाकर ही उनके कमरे को सजा सकते हैं।
. बच्चों को रंगों से काफी प्यार होता है इसलिए उनके कमरे में कलरफुल चीजें रखें। भले ही आप कमरे को डीसेंट रखें लेकिन बच्चे के कमरे को चार्मिंग और कलरफुल लुक दें। इससे बच्चे खुश रहेंगे और घर में भी ज्यादा समय बिताएंगे।
. बच्चे शरारती होते है और उछल-कूद करते रहते हैं इसलिए उन्हें कुछ खुली जगह भी चाहिए। ऐसे में बच्चे के कमरे ज्यादा सामान न रखें, ताकि वह अपने खिलौनो और किताबों के साथ आसानी से खेल सकें।
. बच्चे के कमरे में छोटी-सी आर्ट गैलरी बनाएं। इससे बच्चे को कला में रूचि आएगी और उन्हें देखकर उनका मन खुश होता रहेगा।
. किड्स बेडरूम की दीवारों पर ड्रीमी, कार्टून्स, बटरफ्लाई, बर्ड्स, ट्री, जिराफ या उनकी पसंदीदा आकृतियों वाले थीम वॉलपेपर लगाएं। इससे बच्चे को बोरिंग महसूस नहीं करेगा। आप चाहें तो 2 से 3 सालों के बाद वॉलपेपर बदल भी सकते हैं। आप चाहें तो उनकी दीवारों पर इंद्रधनुष भी बनवा सकते हैं।
. बड़े बैड पर पैसे खर्च करने की बजाए टुंड्रेल बंक बैड (Trundle bunk bed) बनवाएं। यह ना सिर्फ कम्फर्टेबल होते हैं बल्कि जगह भी कम घेरते हैं। साथ ही
. बच्चो द्वारा बनाई गई पेटिंग या किसी भी चीज को आप सजावट के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे उनका हौंसला और कमरे की खूबसूरती दोनों बढ़ेगी।
. स्टडी टेबल पर किताबों, लैंप के अलावा मोर पंख जैसी चीजें रखें। इससे सजावट भी हो जाएगी और कमरे में पॉजिटिविटी भी बढ़ेगी।