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साइलेंट किलर है Kidney cancer, भनक तक नहीं लगती और गुर्दा अंदर से हो जाता है खोखला

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 04 Feb, 2025 01:36 PM
साइलेंट किलर है Kidney cancer, भनक तक नहीं लगती और गुर्दा अंदर से हो जाता है खोखला

नारी डेस्क: जानलेवा बीमारी कैंसर ने दुनिया भर में ऐसे पैर पसार लिए हैं कि इससे बच पाना मुश्किल होता जा रहा है। हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह कैंसर, इसके लक्षणों और शुरुआती पहचान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। को  आज हम आपको किडनी कैंसर को लेकर सचेत करने जा रहे हैं जिसे "साइलेंट किलर" कहा जाता है। क्योंकि शुरुआती चरण में इसके लक्षण बहुत हल्के होते हैं या फिर दिखते ही नहीं हैं। जब तक व्यक्ति को इस बीमारी का पता चलता है, तब तक यह अक्सर गंभीर अवस्था में पहुच चुका होता है।

 

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किडनी कैंसर क्या है?

किडनी कैंसर तब होता है जब किडनी की कोशिकाएँ अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर का रूप ले लेती हैं। इसका सबसे आम प्रकार रिनल सेल कार्सिनोमा (Renal Cell Carcinoma - RCC) है, जो 90% मामलों में पाया जाता है।  इसके शुरुआती लक्षण न होने के कारण लोग देर से डॉक्टर के पास जाते हैं।


 किडनी कैंसर के कारण


-धूम्रपान, शराब, जंक फूड, और मोटापा किडनी कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं। 
-लंबे समय तक ब्लड प्रेशर और शुगर बढ़े रहने से किडनी पर बुरा असर पड़ता है। 
-जहरीले केमिकल और दूषित पानी में मौजूद तत्व कैंसर का कारण बन सकते हैं। 
-अगर **परिवार में किसी को किडनी कैंसर रहा हो, तो इसका खतरा बढ़ जाता है। **

 

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 किडनी कैंसर के शुरुआती लक्षण


शुरुआती चरण में लक्षण न के बराबर होते हैं, लेकिन कुछ संकेत मिल सकते हैं:

-पेशाब में खून आना (खून के धब्बे या लाल रंग की पेशाब) 
-पीठ या पेट के एक तरफ लगातार दर्द रहना
-मूत्र में झाग या दुर्गंध आना
-भूख कम लगना और अचानक वजन घटना
-हर समय थकान और कमजोरी महसूस होना
-बार-बार बुखार आना
-हाई ब्लड प्रेशर और सूजन (पैरों और चेहरे पर)

अगर इनमें से कोई भी लक्षण लंबे समय तक दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। 


 किडनी कैंसर का इलाज संभव है या नहीं?

अगर किडनी कैंसर शुरुआती चरण में पकड़ में आ जाए, तो इसका इलाज संभव है। ट्यूमर को हटाने के लिए किडनी का आंशिक या पूरा भाग निकाला जाता है। इसके अ लावाइम्यूनोथेरेपी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर कैंसर से लड़ने में मदद करता है। कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने के लिए दवाइयों का उपयोग किया जाता है। रेडिएशन की मदद से कैंसर कोशिकाओं को खत्म किया जाता है। हालांकि अगर कैंसर अंतिम चरण में पहुँच जाए, तो इलाज मुश्किल हो जाता है। इसलिए जल्दी पहचान ही बचाव का सबसे अच्छा तरीका है।

 

किडनी कैंसर से बचाव के उपाय

आप अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करके इस बीमारी से बच सकते हैं:

-धूम्रपान और शराब से दूर रहें
-ब्लड प्रेशर और डायबिटीज को नियंत्रित रखें
-ज्यादा पानी पिएं और हेल्दी डाइट अपनाए
-हरी सब्जियाँ, फल और हेल्दी फूड्स खाएं
-रेड मीट और प्रोसेस्ड फूड से बचें
-हफ्ते में कम से कम 4-5 दिन एक्सरसाइज करें
-मरीजों को नियमित रूप से किडनी की जाच (Ultrasound, CT scan, Urine test) करवानी चाहिए

नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। अगर इनमें से कोई लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। याद रखें, जल्दी जांच ही बचाव है।

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