आज कल के बिगड़ते खान-पान और गलत रहन-सहन के कारण कई तरह की शरीर से जुडी परेशानियां होने लगती हैं जिनमें से एक यूरिक एसिड भी है। यूरिक एसिड की समस्या तब होती है जब किडनी उचित रूप से कार्य नहीं करती है। ये समस्या वैसे तो आज कल आम हो गई है लेकिन इससे होने वाली परेशानियां बेहद असहनीय होती हैं। अगर ब्लड में यूरिक एसिड बढ़ने से शरीर को जॉइंट पेन और मसूढ़ों में सूजन समेत कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में क्या आप जानते हैं की आप अपने खानपान और लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करते हैं तो इस परेशानी से बच सकते हैं। ऐसे में अगर आप भी चाहते हैं यूरिक एसिड को समय पर नियंत्रित करना तो आपको इन कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए, जैसे की -
यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए इन बातों का रखें ख्याल
1. शुगर को करें न करें अवॉइड
कुछ रिपोर्ट के अनुसार फलों और शहद में फ्रुकटोज़ उच्च मात्रा में पाई जाती है। इसके ब्रेक होने से शरीर में प्यूरीन रिलीज़ होता है, जो यूरिक एसिड के बढ़ने का कारण बनता है। इसके अलावा एडिड शुगर ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने लगती है, जिससे यूरिक एसिड की समस्या बढ़ जाती है। इससे बचने के लिए प्रोसेस्ड फूड, शुगरी ड्रिंक्स और अधिक मात्रा में कॉफी से बचें।
2. ज्यादा मात्रा में पानी पिएं
ज्यादा मात्रा में पानी का सेवन करने से शरीर से विषैले पदार्थों को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। एनआईएच की रिसर्च के अनुसार अधिक पानी पीने से किडनी यूरिन एसिड को बाहर निकालने में मदद करती है। शोध में पाया गया है कि किडनी शरीर में मौजूद 70 फीसदी यूरिक एसिड को फिल्टर करती है। इससे यूरिक एसिड बढ़ने का खतरा टल जाता है।
3. लो प्यूरिन फूड खाएं
वे खाद्य पदार्थ, जिनमें प्यूरिन की अधिक मात्रा पाई जाती है। उन्हें आहार में शामिल करने से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है। ऐसे में लो प्यूरिन डाइट को फॉलो करें। लो फैट डेयरी प्रोडक्टस के अलावा फलों में चेरी, संतरा और केले का सेवन करे। इसके अलावा सब्जियों में शिमला मिर्च, खीरा, ककड़ी और संतरे को आहार में शामिल करें।
4. फाइबर इंटेक बढ़ाएं
फाइबर से भरपूर फलों और सब्जियों को आहार में शामिल करे। नट्स, सीड्स, साबुत अनाज और लेग्यूम्स को मील प्लान में एड कर लें। इससे शरीर को फाइबर की प्राप्ति होती है, जिससे गट हेल्थ भी मज़बूत बनती है। सीडीसी के अनुसार एडल्टस को अपने आहार में 22 से 34 ग्राम हाई फाइबर फूड अपने आहार में शामिल करने चाहिए।
5. वेटगेन से बचें
आहार में पोषक तत्वों को शामिल करने के अलावा कुछ वक्त शारीरिक गतिविधियों के लिए भी निकालें।
इन बातों का भी रखें ख्याल
अल्कोहल इनटेक को सीमित करके यूरिक एसिड की समस्या से बचा जा सकता है। इसके अलावा ज्यादा मात्रा में कॉफी पीने से भी बचें।
कई दवाएं भी यूरिक एसिड का खतरा बढ़ा देती हैं। ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करने के बाद ही किसी दवा का सेवन करें।
गाउट से ग्रस्त लोगों में डायबिटीज़ का खतरा बढ़ने लगता है। ऐसे में शरीर में ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित रखें।
इन से शरीर में मौजूद टॉक्सिक पदार्थों को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। आहार में नींबू पानी, नारियल पानी, सत्तू और डिटॉक्स वॉटर को शामिल करें।