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क्या कोरोना वैक्सीन से हो रही पीरियड्स में गड़बड़ी? जानिए एक्सपर्ट की राय

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 21 Jun, 2021 12:14 PM
क्या कोरोना वैक्सीन से हो रही पीरियड्स में गड़बड़ी? जानिए एक्सपर्ट की राय

कोरोना महामारी के कारण लोगों का पूरा रहन-सहन ही बदल गया है। ऐसे में महामारी की कड़ी तोड़ने के लिए वैक्सीनेशन प्रोग्राम को तेज किया जा रहा है लेकिन टीका लगवाने के बाद कई लोगों को बहुत-सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि ये साइड-इफेक्ट स्थाई नहीं है। वहीं, कोरोना टीका लगवाने का बाद कुछ महिलाओं का मेंस्ट्रुअल साइकिल भी बदल गया है।

महिलाओं पर Corona Vaccine का क्या साइड-इफेक्ट?

कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद हल्का बुखार, थकावट, सिरदर्द, टीके वाली बाजू पर दर्द व सूजन होना लाजमी है। अमेरिका में VAERS (वैक्सीन एडवर्स इवेंट रिपोर्टिंग सिस्टम) नाम का सिस्टम कोरोना वैक्सीन से महिलाओं के पीरियड्स पर होने वाले असर पर काम कर रही है। इस रिसर्च में 32 औरतों ने कहा कि वैक्सीन से उनका पीरियड साइकल गड़बड़ा गया है और ज्यादा ब्लीडिंग व क्रैम्प्स हो रहे हैं।

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वैक्सीनेशन से पड़ रहा पीरियड्स पर असर

रिसर्च में महिलाओं से पूछा गया कि क्या उन्होंने साल की शुरुआत में टीकाकरण के बाद अवधि/मासिक धर्म में बदलाव देखा। कुछ महिलाओं ने बताया कि टीका लगवाने के बाद उन्हें पीरियड्स जल्दी आ गए थे। इस आंकड़े में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन से संबंधित 2,734 रिपोर्ट, फाइजर वैक्सीन के लिए 1,158 और मॉडर्न वैक्सीन के लिए 66 रिपोर्ट शामिल हैं। हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि यह आंकड़ा उन महिलाओं के मुकाबले कम है, जिन्हें वैक्सीन से कोई समस्या नहीं हुआ।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

एक्सपर्ट का कहना है कि पीरियड्स में गड़बड़ी के लिए कई फैक्टर्स जिम्मेदार होते हैं इसलिए अबी यह कहना मुश्किल होगा कि वैक्सीन इसपर कितना असर डालेगी। पीरियड में अनियमितता का कारण तनाव, गलत खान-पान भी हो सकते हैं इसलिए सटीक नतीजों के लिए रिसर्च की जा रही है।

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महिलाओं पर कोरोना का असर

कोरोना से लंबे समय तक ग्रस्त रहने वाली महिलाओं में कॉम्प्लिकेशन बढ़ जाती है है और इससे रिप्रोडक्टिव सिस्टम पर भी असर पड़ता है। ऐसे में पीरियड्स साइकल में गड़बड़ी होना सामान्य है। एक्सपर्ट्रस के मानें तो कोविड इंफेक्शन के कारण मेंस्टुरेशन और फर्टिलिटी वाले हॉर्मोनल और एंडोक्रिनल बदलाव पर भी असर पड़ता है, जिसके कारण मेंस्ट्रुअल साइकिल बिगड़ जाता है।

लंबे समय तक खिंच सकती है यह समस्या

एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना के कारण मेंस्ट्रल साइकिल में होने वाले बदलाव लंबे समय तक चल रह सकते हैं। इतना ही नहीं इसके कारण महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है जैसे...

. कुछ महिलाओं को अनियमित पीरियड्स , मेंस्ट्रुअल पेन, हॉर्मोनल चेंजेस, हैवी ब्लीडिंग हो सकती है।
. कोरोना से रिकवरी के बाद महिलाओं को मेंस्ट्रुअल ब्लड क्लॉटस भी हो पहे हैं, जिससे शरीर में खून की कमी हो सकती हें।
. टीका लगवाने के बहुत-सी महिलाओं में PMS (प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम) के लक्षण भी दिख रहे हैं। यह एक इमोशनल डिसॉर्डर समस्या है, जिससे स्वभाव में चिड़चिड़ापन, मूड स्विंगस और तनाव हो सकता है।

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