बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर इरफान खान भले ही हमारे बीच में नहीं रहे लेकिन वह आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है। इरफान खान हमेशा से शांत वादियों में सुकून और शांति के पल बिताना चाहते थे इसलिए वह उत्तराखंड चले जाते थे। उन्हें नैनीताल के रामगढ़ क्षेत्र से काफी लगाव था। इसी वजह से उन्होंने रामगढ़ के हिमालयन हाइट (चाय बागान) में 2012 में कॉटेज खरीदा था लेकिन उन्होंने अपने आखिरी वक्त मुंबई स्थित अपने घर में बिताया।
मुंबई में पत्नी और बच्चों के साथ रहते थे इरफान
मुंबई में इरफान खान अपनी पत्नी और बच्चों के साथ अंधेरी स्थित अपने घर में रहते थे। इससे पहले वे मड आइलैंड में रहते थे। उन्होंने मार्च 2015 के आसपास यह घर खरीदा था। इरफान खान ने अपने घर को एंटीक और नए डिजाइन्स को मिलाकर तैयार करवाया था। खबरों की माने तो इस घर का इंटीरियर खुद इरफान और उनकी पत्नी सुतापा ने मिलकर तैयार किया था। इरफान खान के घर के सिटिंग एरिया, डाइनिंग और बेडरूम सब कुछ बहुत ही यूनिक तरीके से डिजाइन किया गया है। घर में रंगो के साथ खूबसूरत तरीके से प्रयोग किया गया है। घर को अच्छे से सजाने के लिए इरफान ने घर में तकरीबन सभी रंगों का इस्तेमाल किया है।
रंगों का रखा था खास ध्यान
घर के फर्नीचर में डार्क व लाइट दोनों रंग देखने को मिलते है। अगर बेडरूम पर एक नजर डाले तो यहां पर काफी वुडन वर्क देखने को मिलेगा। इरफान खान की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, जिसमें वह अपने घर में सकून के पल बिताते हुए दिखाई दिए थे। इरफान खान के घर के अंदर का नजारा किसी रॉयल पैलेस से कम नहीं है।
बता दें कि बॉलीवुड एक्टर इरफान खान क्रिकेट में अपना करियर बनाना चाहते थे लेकिन इसके लिए उनके परिवार वाले राजी नहीं थे। इसलिए उन्होंने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा। फिल्म सलाम बॉम्बे से उन्होंने फिल्मों में डेब्यू किया, जोकि ऑस्कर अवॉर्ड के लिए भी नॉमिनेट हुई थी। इरफान खान को अपनी बेहतरीन एक्टिंग के लिए कई अवार्ड्स से भी नवाजा गया था।
फिर इरफान खान की जिंदगी में वो पल आया जब उन्हें पता चला कि उन्हें न्यूरोइंडोक्राइन है। इसका इलाज करवाने के लिए वह लंदन गए थे। इलाज के बाद उनकी सेहत में काफी सुधार आया और उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में भी दोबारा एंट्री की। कोलन इनफेक्शन के चलते इरफान खान मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती हुए थे और यही पर उन्होंने अंतिम सांस ली। इरफान खान का परिवार अभी तक उनकी मौत के गम से उबर नहीं पाया।