भारत बायोटेक की कोवाक्सिन (Covaxin) वैक्सीन को लेकर ड्रग कंट्रोल ऑफ इंडिया (DCGI) ने इमरजेंसी अप्रूवल दिया था, ताकि जल्द से जल्दी कोरोना को हराया जा सके ले। मगर, इसकी सुरक्षा, प्रभावशीलता और डेटा पारदर्शिता पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। इस बीच, भारत बायोटेक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, कृष्ण एला ने कहा, "कोवाक्सिन 200% सेफ है, हमारे पास टीके बनाने का अच्छा अनुभव है और हम विज्ञान को गंभीरता से लेते हैं।"
इसी के साथ भारत बायोटेक ने एक फैक्टशीट भी जारी की है, जिसमें बताया गया है कि किन लोगों को कोवैक्सीन भूलकर भी नहीं लगवानी चाहिए...
भारत बायोटेक ने दी चेतावनी
-इससे पहले, सरकार ने कहा था कि कमजोर इम्यूनिटी या इम्युनो सप्रेसें मरीज भी यह वैक्सीन ले सकते हैं। हालांकि ऐसे लोगों को टीका ज्यादा प्रभाव नहीं दिखा पाया। आमतौर पर कैंसर, कीमोथेरेपी, HIV और स्टेरॉयड लेने वाले लोगों को इम्यूनिटी हासिल करने में समय लगता है।
ये लोग भूलकर भी ना लगवाएं टीका
-भारत बायोटेक की फैक्ट शीट के मुताबिक, बुखार, एलर्जी, ब्लीडिंग डिसऑर्डर, थिन ब्लड या या किसी अन्य गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोग भी वैक्सीन ना लगवाएं।
-प्रेग्नेंट और ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं को भी वैक्सीन नहीं दी जाएगी। कंपनी ने ऐसे लोगों को टीका ना लगवाने की चेतावनी दी है।
-इसके अलावा, जिन्होंने कोई दूसरी वैक्सीन ली हो और जो गंभीर बीमारियों की दवा ले रहे हैं तो भी वैक्सीन ना लगवाएं।
हो सकती है ये समस्याएं
साइड इफेक्ट्स के बारे में कंपनी ने कहा कि अगर इनमें से कोई भी व्यक्ति वैक्सीन लेता है तो उसे सांस लेने में परेशानी, चेहरे व गले में सूजन, दिल की धड़कन बढ़ना, त्वचा पर चकत्ते पड़ना, चक्कर आना और कमजोरी हो सकती है। ऐसे में बेहतर यही होगी कि आप वैक्सीन ना लगवाएं।
साइड इफेक्ट दिखे तो तुरंत दें जानकारी
फैक्टशीट के मुताबिक, वैक्सीन के बाद अगर किसी भी तरह का कोई साइड-इफैक्ट दिखे तो तुरंत पास के हॉस्पिटल में चेकअप करवाएं। यही नहीं, गंभीर साइड-इफेक्ट दिखने पर उस व्यक्ति को मुआवजा भी दिया जाएगा।
भारत बायोटेक ने कहा कि वैक्सीन लेने मतलब यह नहीं कि कोरोना से बचाव के दूसरे नियमों का पालन बंद कर दें। कोरोना से बचाव के लिए सभी नियमों का सही तरीके से पालन करते रहें।