हाई ब्लड प्रेशर का दूसरा नाम है हाइपरटेंशन। इसे हिंदी भाषा में उच्च रक्तचाप कहा जाता है। ये समस्या अधिक तनाव, अनिंद्रा, धूम्रपान आदि के कारण होती है। इसके कारण शरीर में खूब का बहाव तेज होने लगता है। ऐसे में हार्ट अटैक, स्ट्रोक, डिमेंशिया, क्रोनिक किडनी आदि बीमारियों की चपेट में आने का खतरा रहता है। आमतौर पर लोगों को इस बीमारी के शुरुआती लक्षणों का पता नहीं चल पाता है। ऐसे में हर साल लोगों को जागरूक करने के लिए 17 मई को 'वर्ल्ड हाइपरटेंशन दिवस' मनाया जाता है। वहीं द्वारा हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को 'साइलेंट किलर' कहा जाता है। ऐसे में इसके लक्षणों को ध्यान में रखकर सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। तो चलिए जानते हैं इसे लक्षण व हाई बीपी के मरीजों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण
. सांस लेने में परेशानी आना
. सीने में दर्द होना
. अचानक सिरदर्द होना व चक्कर आना
. नाक व यूरिन से खून आने की समस्या
इन चीजों का रखें ध्यान
अच्छी डाइट लें
इन मरीजों को ज्यादा नमक व ऑयली चीजें खाने से परहेज रखना चाहिए। वही खाने में ताजे फल, हरी सब्जियां, अंकुरित अनाज को शामिल करें। ब्लडप्रेशर कंट्रोल करने के लिए पोटेशियम से भरपूर चीजों का सेवन करें।
योगा व एक्सरसाइस करें
रोजाना सुबह-शाम खुशी हवा में एक्सरसाइज व योगा करें। इससे वजन व ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहने में मदद मिलेगी। इसके लिए प्राणायाम, ब्रिस्क-वॉकिंग या अन्य एरोबिक एक्सरसाइज कर सकते हैं। इससे दिल बेहतर तरीके से काम करेगा। फेफड़ों को मजबूती मिलेगी। ऐसे में सांस संबंधी समस्याओं से भी आराम रहेगा।
शराब व कैफीन से रखें परहेज
हाइपरटेंशन के मरीजों को शराब व सिगरेट का सेवन करने से बचना चाहिए। इसका अधिक शराब पीने से बीपी व वजन बढ़ने की समस्या होती है। ऐसे में ये चीजें दिल को नुकसान पहुंचाने का काम करती है। वहीं सिगकेट फेफड़ों व दिल पर बुरा असर डालती है। इससे ब्लड प्रेशर तेजी से बढ़ता है। ऐसे में दिल संबंधी बीमारियों की चपेट में आने का खतरा रहता है। इसके अलावा चाय व कॉफी का भी ज्यादा सेवन करने से बचना चाहिए। इसमे कैफीन अधिक मात्रा में होने से बीपी बढ़ने की समस्या हो सकती है।
तनाव लेने से बचें
ज्यादा तनाव लेने से मानसिक व शारीरिक स्वस्थ पर बुरा असर डालता है। इसके कारण रक्त वाहिकाएं संकुचित होने लगती है। ऐसे में दिल पर अधिक दबाव पड़ता है। साथ ही नींद ना आने की समस्या होने लगती है।
दवाई खाने वाले पपीता खाने से बचें
बीपी की दवा खाने वाले मरीजों को पपीते का सेवन करने से बचना चाहिए। पपीते में इसमें मौजूद तत्व दवा के असर को कम करने का काम करते हैं। साथ ही इससे बीपी बढ़ने की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा इसमें लेटेक्स नाम का तत्व शरीर में एलर्जी के कारकों को पैदा करने का काम करता है।