धरती को मां का दर्जा दिया गया है क्योंकि इंसान को जन्म तो एक मां देती है लेकिन उसका पालन पोषण इस पृथ्वी पर ही होता है। पृथ्वी सबसे ज्यादा खूबसूरत चीज है जिसने इंसानों को जीवन दिया है लेकिन अब अपनी जरुरतों को पूरा करने के चलते इंसान धरती को ही नष्ट करने में लगा हुआ है। मनुष्य के द्वारा प्राकृतिक संसाधनों को ही खराब किया जा रहा है इन सबके चलते समय से पहले ही धरती की चीजें नष्ट हो रही हैं। पृथ्वी को बचाने के लिए और इसकी जरुरत के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाने के लिए हर साल 22 अप्रैल को वर्ल्ड अर्थ डे मनाया जाता है। ऐसे में इस खास दिन पर आपको बताते हैं कि आप धरती की रक्षा स्वंय कैसे कर सकते हैं।
पानी बचाएं
पृथ्वी को बचाने के लिए पानी का सही तरीके से इस्तेमाल करना जरुरी है क्योंकि आज ऐसी कई जगहें हैं जहां पर लोग पानी की समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसे में आने वाले भविष्य में लोगों की रक्षा करने के लिए धरती को बचाना जरुरी है। ब्रश करते समय टैब को बंद कर दें, नहाने के लिए शॉवर की जगह बाल्टी का इस्तेमाल करें, छोटे-छोटे प्रयासों का इस्तेमाल करके पानी की बचत कर सकते हैं। इसके अलावा पानी को गंदा न करें, कूड़ा-कर्कट पानी में न डालें।
आस-पास रखें सफाई
वर्ल्ड अर्थ डे पर आप यह प्रण लें कि आपको अपने आस-पास सफाई रखें। अपने घरों में, बिल्डिंग में कहीं आते-जाते समय कचरा न फेंके। गंदगी न फैलाएं, कचरे फैंकने के लिए भी डस्टबिन का इस्तेमाल करें और वहीं सूखे और गीले कचरे के लिए अलग-अलग डस्टबिन ही इस्तेमाल करें। इससे बेकार कचरा खाद्य बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा।
पेड़ लगाएं
पृथ्वी को बचाने के लिए अपने आस-पास पेड़ लगाएं। इससे पर्यावरण साफ सुथरा रहेगा और वातावरण भी स्वच्छ रहेगा और पर्यावरण में संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी। घरों में ऐसे पौधे लगाएं जिनसे फल, जानवरों के लिए चारा और ईंधन मिल सके।
कैमिकल कम इस्तेमाल करें
आज के समय में किचन की चीज, रोजाना इस्तेमाल होने वाले प्रोडक्ट्स या फिर कपड़े धोने वाले साबुन सभी में कैमिकल इस्तेमाल हो रहा है। यह कैमिकल नाली के रास्तों से बड़े-बड़े नालों के जरिए नदी में मिल जाता है जिससे नदी का पानी भी गंदा हो जाता है। जब यह पानी जानवर पीते हैं तो उनकी सेहत को नुकसान हो सकता है ऐसे में पृथ्वी को बचाने के लिए कम से कम कैमिकल वाली चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए।
बिजली बचाएं
ज्यादा बिजली इस्तेमाल करने के कारण ग्लोबल वॉर्मिंग पर असर पड़ता है। ऐसे में कोशिश करें कि इलेक्ट्रोनिक डिवाइसेज का इस्तेमाल कम से कम ही करें जितनी जरुरत हो उतना ही बिजली जलाएं। कुछ लोग, लाइट, पंखा, एसी बिना इस्तेमाल किए चलने देते हैं जिसके कारण पर्यावरण को नुकसान होता है। ऐसे में कोशिश करें कि इन सब चीजों का इस्तेमाल कम से कम ही करें।