मानसून का नमी वाला मौसम अपने साथ सर्दी-जुकाम, खांसी, फ्लू, बुखार जैसी कई बीमारियां लेकर आता है। इसके अलावा इस मौसम में डेंगू, चिकनगुनिया, इंफेक्शन होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इन सभी परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए लोग दवाइयों की तरफ भागते हैं लेकिन आप देसी नुस्खे से भी इनकी छुट्टी कर सकते हैं। यहां हम आपको एक देसी नुस्खा बताएंगे, जिससे आपको सर्दी-खांसी, जुकाम से आराम मिलेगा और साथ ही इम्यूनिटी भी बढ़ेगीय़
इन्हें सबसे अधिक खतरा?
. जिन लोगों का इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो
. बच्चों, वयस्क या किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग
. फेफड़ों की बीमारी से ग्रस्त लोग
. दमा और न्यूमोनिया के पेशेंट में फ्लू, कोल्ड-कफ के साथ बैक्टेरियल इंफेक्शन, न्यूमोनिया, डेंगू होने आशंकाएं ज्यादा होती हैं।
चलिए अब आपको बताते हैं कि इन परेशानियों से छुटकारा पाने का देसी नुस्खा
इसके लिए आपको क्या चाहिए
लौंग - 1/2 चम्मच
काली मिर्च - 1/2 चम्मच
दालचीनी पाउडर - 1/2 चम्मच
अदरक - थोड़ी-सी
शहद - 1, 1/2 चम्मच
तुलसी - 3-4 पत्ते
बनाने का तरीका
1. सबसे पहले 1/2 चम्मच काली मिर्च और 1/2 चम्मच लौंग को बारीक पीस लें।
2. अब अदरक को पीसकर इसका जूस निकाल लें। आप चाहे तो अदरक के रस को 2-3 दिन तक फ्रिज में स्टोर करके भी रख सकते हैं।
3. एक बाउल में काली-मिर्च व लौंग पाउडर, अदरक का जूस, शहद और तुलसी के पत्ते डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
कितनी बार करें सेवन?
सर्दी-खांसी से छुटकारा पाने के लिए दिन में 2-3 बार इसका सेवन करें। आप चाहे तो इसे बच्चों को भी दे सकते हैं। इससे खांसी-जुकाम, सर्दी व पुराने से पुराने बलगम भी निकल जाएगी। मगर, ध्यान रखें कि इससे ज्यादा दिन तक स्टोर करके ना रखें।
अब जानिए बात बचाव की
पानी से करें गरारें
एक गिलास पानी गर्म पानी में 1/2 चम्मच नमक मिलाकर दिन में 2-3 बार गरारें करें और बच्चों को भी करवाएं। इससे गले की सिंकाई होगी और बलगम निकल जाएगी। खांसी-जुकाम नहीं है तो भी आप रोज गरारे करें। पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें।
बरसात में भींगने के बाद करें ये काम
बरसात में भींगने के बाद नहाएं जरूर। साथ ही गर्म पेय जैसे चाय-कॉफी या सूप आदि पिएं। इसके अलावा बाहर जाते वक्त छाता या बरसाती जरूर ले जाएं।
नाक बंद हो जाए तो क्या करें?
नाक बंद हो जाए तो पुदीने की पत्तियां या लौंग तेल डालकर स्टीम लें। साथ ही छींकते वक्त नाक और मुंह पर रुमाल रखें।
ध्यान रखें कि देसी नुस्खे करने के बाद भी बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द की समस्या बरकरार रहें और अगर सांस फूले तो तुरंत डॉक्टरी सलाह लें।