अस्थमा का जड़ से इलाज : वायु प्रदूषण के कारण काफी लोगों को सांस की समस्या हो चुकी है। कई बड़े शहरों में बच्चों में भी यह परेशानी देखने को मिलती है। इस बीमारी को अस्थमा भी कहते हैं जिससे सांस की नलिकाएं प्रभावित होती हैं। अस्थमा के मरीज को अधिक तनाव, की वजह से सांस का दौरा पड़ जाता है जिससे कई बार जान को भी खतरा हो सकता है। रोगी को ज्यादातर खांसी, जुकाम और रात-दिन सांस लेने में तकलीफ होती है। मरीज को हमेशा अपने पास इनहेलर रखना चाहिए जिससे सांस कम होने पर इसका इस्तेमाल किया जा सके। यह बीमारी कभी ठीक नहीं होती लेकिन दवाईयों की मदद से इस पर नियंत्रण लगाया जा सकता है। कुछ घरेलू तरीके अपनाकर भी दमा की समस्या में फायदा होता है।
अस्थमा के लिए घरेलू नुस्खे (Home Remedies For Asthma)
केला
सांस की परेशानी ज्यादा न बढ़े इसके लिए एक पके केले को गैस पर अच्छी तरह सेक लें। इसका छिलका उतारकर इसे छोटे टुकड़ों में काटें और गर्म केले पर काली मिर्च डालकर खाने से रोगी को फायदा होता है।
लहसुन
30 मिली दूध में लहसुन की पांच कलियां डालकर उबालें और इसको पीने से फायदा होता है। रोज सुबह इसका सेवन करने से रोगी को काफी लाभ होता है।
अजवाइन और लौंग
पानी में अजवाइन डालकर इसे अच्छी तरह उबालें और इस उबलते पानी की स्टीम लेने से सांस की परेशानी नहीं होती। इसके अलावा 5 लौंग को 1 कटोरी पानी में उबालें और इसको छान कर इसमें 1 चम्मच शहद मिलाकर पीने से बहुत फायदा होता है।
तुलसी
तुलसी के पत्तों को अच्छी तरह साफ करके इसमें पीसी काली मिर्च डालकर खाने से अस्थमा नियंत्रण में रहता है। इसके अलावा तुलसी को पानी के साथ पीसकर उसमें शहद डालकर चाटने से भी राहत मिलती है।
हल्दी
अस्थमा का अटैक बार-बार न हो इसके लिए हल्दी और शहद को मिलाकर लेना चाहिए। इसके अलावा दूध में हल्दी डालकर पीने से भी काफी फायदा होता है।
नींबू
रोजाना नींबू पानी का सेवन करने से भी बहुत लाभ होता है। नींबू पर काला नमक लगाकर चाटने से भी सांस की परेशानी से राहत मिलती है।
सरसों का तेल
रोगी की छाती पर गर्म सरसों के तेल की मालिश करने से आराम मिलता है।
मेथी दाना
मेथी के दानों को पानी में तब तक उबालना चाहिए जब तक वह काढ़ा न बन जाए। इसे नियमित रूप से पीने से फायदा होता है।