भारतीय मूल की कनाडाई लीडर अनीता आनंद को रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अनीता ने कनाडा की दूसरी महिला रक्षा मंत्री बनकर इतिहास रच दिया है। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो द्वारा मंत्रिमंडल में फेरबदल किया गया जिसमें आनंद को रक्षा मंत्री बनाया गया। उनकी नियुक्ति के बाद ट्रूडो कैबिनेट में भारतीय-कनाडाई महिला मंत्रियों की संख्या तीन हो गई है।
आनंद (54) भारतीय मूल के रक्षा मंत्री हरजीत सज्जन का स्थान लेंगी जो सेना में यौन शोषण के मामलों का निस्तारण ठीक से नहीं कर पाने के लिए आलोचना का शिकार होते रहे हैं। आनंद से इससे पहले कनाडा की पूर्व प्रधानमंत्री किम कैम्पबेल भी 1990 के दशक में रक्षा मंत्री रह चुकी हैं। जिन्होंने 1993 में 4 जनवरी से 25 जून तक छह महीने के लिए पोर्टफोलियो संभाला था।
कोरोना वायरस महामारी के दौरान अनिता के कामों की काफी तारीफ हुई है। उन्होंने कोविड टीके खरीदने की टीम को लीड किया था। अनीता का जन्म 1967 में नोवा स्कोटिया में भारतीय मूल के माता-पिता के घर हुआ था, उनकी मां पंजाब और पिता तमिलनाडु से हैं। अनीता राजनीति में आने से पहले टोरंटो यूनिवर्सिटी में लॉ की प्रोफेसर रह चुकी हैं। अनीता आनंद भले ही कनाडा की रक्षामंत्री चुनी गई हैं, लेकिन उनके दिल में अभी भी भारत बसता है
आनंद अब भी भारतीय परिधान में ही अकसर नजर आती हैं। इस साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उन्होंने एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा था- ''आज एक विशेष दिन है, क्योंकि आज भारत का 75वें स्वतंत्रता दिवस है। आनंद को टोरंटो के पास ओकविले से सांसद के रूप में चुने जाने के बाद 2019 में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की ओर से सार्वजनिक सेवा और खरीद मंत्री की जिम्मेदारी दी गई थी। 2019 में पहली बार अनीता ओकविले सीट से चुनाव लड़ी थीं और जीती थीं। अभी 2021 में हुए चुनाव में भी उन्होंने ओकविले सीट जीती है