बचपन से ही पिता को पुलिस अधिकारी देख एक बेटी ने भी बचपन से ही आईपीएस बनने का ख्वाब देखा औऱ बड़े होकर उसे पूरा भी किया। हिमाचल पुलिस में डीआईजी के पद से सेवानिवृत आरएम शर्मा की बेटी आकृति ने 2014 में UPSC परीक्षा को उत्तीर्ण किया था, लेकिन रैंक नीचे होने की वजह से रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स में नौकरी मिली। लेकिन आकृति का सपना आईपीएस बनने का था, जिसके बदले में उसने और मेहनत की और यूपीएससी की परीक्षा दोबारा दी जिसमें उसने अब देश भर में 137वां रैंक हासिल किया और 2016 में आईपीएस बनने का ख्वाब पूरा किया। राज्य में मंगलवार को पुलिस अफसरों के तबादले हुए हैं और डॉक्टर आकृति शर्मा को हमीरपुर जिले का नया एसपी तैनात किया गया है।
137वां रैंक हासिल कर आईपीएस अधिकारी बनीं आकृति शर्मा
19 जुलाई 1986 को पैदा हुई आकृति ने 2011 में पूरी मेहनत और लगन से यूपीएससी की तैयारी शुरू की। पांच साल तक संकल्प को दृढ़ रखने के बाद 2016 में यूपीएससी की परीक्षा में 137वां रैंक हासिल करआईपीएस अधिकारी बनीं। बता दें कि आकृति शर्मा के जीवन में आईपीएस बनना इस कदर हावी था कि वह बचपन में फैंसी ड्रेस शो में भी पुलिस अधिकारी ही बनती थी। बचपन के अपने जुनून को आकृति ने 29 साल की उम्र में रियल लाइफ में बदल दिया।
एमबीबीएस में भी किया है टाॅप
बता दें कि आकृति ने एमबीबीएस की पढ़ाई की हुई है इतना ही नहीं साल 2009 में यूनिवर्सिटी टाॅपर भी रह चुकी है। लेकिन बार-बार यही दोहराती हैं कि यूपीएससी की परीक्षा में विषयों का चयन महत्वपूर्ण होता है। बता दें कि आईपीएस आकृति की मां डाॅ. मीना प्रोफैसर के पद से सेवानिवृत हुई हैं। पति की ट्रांसफर के दौरान वो इस बात पर काफी फोकस करती थी कि आकृति की पढ़ाई में कोई रूकावट आए।
आईपीएस बनने के बाद वो चाहती थी कि उन्हें हिमाचल कैडर मिले। आईपीएस आकृति शर्मा की इस सफलता के पीछे उनके पति सुमित का भी बड़ा योगदान है।