बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी सिर्फ एक अच्छी कलाकार ही नहीं साथ बेहतरीन डांसर भी हैं। डांस के मामले में वह आज भी सभी को पीछे छोड़ देती है, जो हमें एक बार देखने को मिला कान्हा की नगरी में। मशहूर नृत्यांगना ने कार्तिक रास महोत्सव में शास्त्रीय नृत्य की बेहद खास परफॉर्मेंस देकर वातावरण को भक्ति रस से सराबोर कर दिया ।
हेमा मालनी ने नाट्य विहार कला केन्द्र मुम्बई एवं कान्हा अकादमी वृन्दावन के कलाकारों के साथ अनूठे तरीके से महारास का प्रस्तुतीकरण कर 11 दिवसीय ब्रज रज उत्सव में चार चांद लगा दिए। मथुरा की सांसद एवं मशहूर सिने कलाकार ने कहा कि उनकी इच्छा आज पूरी हुई है। वैसे तो कुछ इसी प्रकार का कार्यक्रम वह वृन्दावन में कुछ वर्ष पहले कर चुकी हैं, लेकिन उनकी इच्छा थी कि वह इस कार्यक्रम को प्रकृति की गोद में उसी प्रकार करें जैसा द्वापर में राधाकृष्ण ने वृन्दावन में महारास किया था।
ब्रज में महारास का आयोजन वैसे नया नहीं है, लेकिन हेमामालिनी ने जिस प्रकार से इसे नया कलेवर देने की कोशिश की उसे हजारों की संख्या में आए कला प्रेमियों ने न केवल पसंद किया, बल्कि ब्रज के संतों ने भी इसकी प्रशंसा की। हेमा ने कहा- पौराणिक द्दष्टि से महारास मेें यह गूढ तत्व छिपा है कि यदि राधा की पायल की झंकार न होती तो कान्हा की वंशी अनूठें स्वर न देती।
बता दें कि राधारानी के स्वरूप में हेमा मालिनी जैसे ही मंच पर आई तो बांके बिहारी के जयकारे लगाए गए। उन्होंने एक घंटे तक अपने परफॉर्मेंस से लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचे रखा। कृष्ण की बांसुरी की मधुर धुन पर उन्होंने बेहद ही प्यारी प्रस्तुति दी। मथुरा की सांसद बनने के पहले से ही वे मथुरा-वृंदावन में महारास की प्रस्तुतियां देती हुई आ रही हैं, हर बार उनका अलग ही अंदाज देखने को मिलता है।