नारी डेस्कः शरीर को हैल्दी रखने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाना बहुत जरूरी है। इन पोषक तत्वों में कैल्शियम और एंटी-ऑक्सीडेंट फूड्स खाना भी बहुत जरूरी है। कैल्शियम फूड खाना हमारी हड्डियों के लिए बहुत जरूरी है। बहुत से लोग इसकी कमी पूरी करने के लिए सप्लीमेंट्स खाते है लेकिन आपके किचन में ऐसे बहुत से फूड्स ऐसे हैं जो कैल्शियम व अन्य तत्वों से भरपूर होते हैं जैसे रागी। रागी को सुपरफूड कहा जाता है क्योंकि यह कैल्शियम का बेस्ट सोर्स है और एंटी-ऑक्सीडेंट से भी भरपूर है। चलिए आपको रागी के फायदे बताते हैं।
कैल्शियम व एंटी-आक्सीडेंट से भरपूर रागी खाने के फायदे| Calcium Rich Food Ragi| Health Benefits Of Ragi
रागी (Finger Millet) को सुपरफूड माना जाता है। रागी न केवल कैल्शियम बल्कि फाइबर, आयरन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है। इसे अपनी डाइट में शामिल करने से आप स्वस्थ और एनर्जी भऱपूर रह सकते हैं। यह हर उम्र के लोगों के लिए लाभकारी है और एक सम्पूर्ण स्वास्थ्यवर्धक भोजन माना जाता है।
हड्डियों की मजबूती के लिए
रागी, कैल्शियम का सबसे बेस्ट प्राकृतिक स्रोत है। यह बच्चों की हड्डियों के विकास में मदद करता है। बुजुर्गों में ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से बचाव करता है। दांतों और जोड़ों को स्वस्थ बनाए रखता है। अगर शरीर में कैल्शियम की कमी है तो इसे रागी से बनी चीजें जैसे चिल्ला, डोसा और इडली खाना शुरू करें।
हदय रोगियों के लिए फायदेमंद
रागी हदय रोगियों के लिए भी बहुत फायदेमंद है क्योंकि यह ब्लड प्रैशर को कंट्रोल में रखती है और दिल के स्वास्थय को सुधारने में मदद करती है। दिल ही नहीं यह अन्य कई तरह की समस्याओं से बचाता है।
डायबिटीक मरीज के लिए फायदेमंद
रागी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। शुगर मरीजों के लिए रागी खाना काफी फायदेमंद आहार है। धीरे-धीरे पचने वाले कार्बोहाइड्रेट से इंसुलिन की जरूरत कम होती है।
वजन कंट्रोल करें
रागी में फाइबर की मात्रा अधिक होती है और इसे खाने के बाद पेट लंबे समय तक भरा-भरा महसूस होता है इसलिए बार-बार भूख नहीं लगती। मेटाबॉल्जिम स्तर बेहतर रहता है इससे वजन भी कंट्रोल में रहता है।
एनीमिया (खून की कमी) दूर करे
जिन लोगों के शरीर में खून की कमी होती है उन्हें रागी का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि रागी में आयरन और विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है। यह हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। गर्भवती महिलाओं और एनीमिया से पीड़ित लोगों के लिए यह फायदेमंद है।
पाचन तंत्र को बेहतर बनाए
रागी में डाइटरी फाइबर होता है जो पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखता है। अगर कब्ज की समस्या रहती है वो भी दूर होगी। पेट साफ रखने और गैस की समस्या को दूर करने में मदद करता है।
बच्चों के लिए भरपूर पोषक आहार
रागी को बच्चों के लिए शुरुआती ठोस आहार (weaning food) के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें मौजूद कैल्शियम और प्रोटीन बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए आवश्यक हैं।
तनाव और अनिद्रा से राहत
रागी में अमीनो एसिड (tryptophan) , एंटी-आक्सीडेंट और डाइटरी फाइबर भरपूर होता है जो इम्यून सिस्टम को तो मजबूत करता ही है साथ ही तनाव, एंजाइटी और डिप्रैशन कम करने में मददगार है और नींद को बेहतर बनाने में सहायक है।
स्किन और बालों के लिए भी वरदान है रागी
इसमें पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट गुण स्किन के लिए बहुत बढ़िया माने जाते हैं। यह फ्री रेडिकल्स को कम करती है और त्वचा चमकदार होती हैं। इसमें मौजूद प्रोटीन बालों को मजबूत बनाते हैं और झड़ने से रोकते हैं।
रागी का उपयोग कैसे करें?
रागी का आटा – रोटी, परांठा, डोसा, और चिल्ला बनाने में।
रागी माल्ट – बच्चों और वयस्कों के लिए पौष्टिक पेय।
रागी खिचड़ी या उपमा – हल्के और स्वास्थ्यवर्धक भोजन के रूप में।
रागी बिस्किट और लड्डू – हेल्दी स्नैक्स के लिए।
रागी इडली – नाश्ते के लिए उत्तम।
सर्दियों के लिए बेस्ट रेसिपी- रागी मसूर दाल चुकंदर डोसा | Ragi Dosa Recipe
आप रागी का बना डोसा खा सकते हैं जो काफी हैल्दी होता है। सामग्रीः
1 कपः मसूर दाल
आधा कपः साबुत रागी
एक चौथाई कपः चावल
एक चुकंदर
2-3 हरी मिर्च
स्वादानुसार नमक
थोड़ा सा अदरक का टुकड़ा
तेल जरूरतानुसार
विधिः रागी, मसूर दाल और चावल को अच्छे से धो लें और एक-दो घंटे के लिए पानी में भिगोकर रख दें। फिर पानी निकाल दें और उसमें कद्दुकस किया हुआ चुकंदर, अदरक, हरी मिर्च और नमक डालकर अच्छे से पीस लें और पेस्ट बना लें। अगर पेस्ट गाढ़ा लगे तो पानी मिक्स कर लें। डोसा के लिए मसाला तैयार करने के लिए आलू,पनीर, गाजर और स्प्राउट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। तवे पर हल्का तेल डाले और रागी बैटर को तवे पर फैलाए और अच्छे से सेंक लें। फिर उसमें मसाला रखकर नारियल की चटनी के साथ सर्व करें। बच्चों के लिए भी ये डिश काफी हैल्दी है।
इन बातों का भी रखें ख्याल
रागी का अधिक मात्रा में सेवन पेट में गैस और पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है।
किडनी स्टोन के मरीजों को सीमित मात्रा में ही रागी खाना चाहिए।