ठंड के मौसम में बालों की स्कैल्प बहुत ड्राई हो जाती है, जिससे डैंड्रफ, इचिंग और बाल झड़ने की समस्या हो सकती है। फिर चाहे आप कितने भी महंगे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर लें या पार्लर के चक्कर लगा लें, बाल कमजोर होकर टूटते ही जाते हैं। इसलिए जरूरी है इनकी नियमित देखभाल, त्वचा की तरह ही बालों के लिए भी सीटीएम यानी हेयर केयर रूटीन बनाएं....
गर्म पानी से बचें
सर्दियों के मौसम में भी बालों को गर्म पानी से धोने से बचें, क्योंकि बाल कमजोर होकर टूटते हैं। हमेशा नॉर्मल पानी से ही बाल धोएं।
हेयर पैक
15 दिन या महीने में एक बार बालों को नेचुरल चीजें जैसे अंडे, दही, रीठा और आंवला से बने हेयर मास्क से धोएं। इससे बाल जड़ से मजबूत बनते हैं।
गुनगुने तेल से चंपी
बालों की नारियल या जैतून के तेल में करी पत्ता, गुड़तल का फूल, मेथी दाना आदि डालकर इस तेल की मालिश महीने में एक बार जरूर करें।
ओमेगा 3 फैटी एसिड
खाने में ओमेगा 3 फैटी एसिड का सेवन बढ़ाने ले सिबेसियस ग्लैंड के विकास को बढ़ावा मिल सकता है और हेयर फॉलिकल्स और स्कैल्प हेल्थ में सुधार हो सकता है, जिससे बालों की क्वालिटी पर असर पड़ सकता है।
हेयर टूल्स
हेयर ड्रायर, स्ट्रेटनर, हीट कल्स, ब्लो ड्रायर बालों की क्वालिटी पर स्टाइलिंग से जुड़ी चीजों के नियमित इस्तेमाल का बेहद नकारात्मक असर पड़ता है। इनका यूज कम से कम करें।
साटन पिलो कवर
साटन मैटीरियल स्कैल्प की नमी और पसीने को बालों की जड़ों में सूखने नहीं देता, इसीलिए ये बालों के लिए अच्छा रहता है।