रियलिटी शो बिग बॉस ज्यादातर लोगों को पसंद है। इस शो की ही कंटेस्टेंट रह चुकी गुलाबो सपेरा की कहानी आज हम आपको बताएँगे, जोकि आज वर्ल्ड फेमस डांसर है लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब यह हर वक्त मुश्किलों से घिरी रहती थी। जब यह जन्मी तो इन्हें जिंदा ही जमीन में दफना दिया गया था चलिए आपको बताते है गुलाबो सपेरा की दर्द भरी कहानी।
जन्म लेते ही गुलाबो को दफा दिया गया
पद्म श्री सम्मानित गुलाबो ने जब जन्म लिया तब ही मुश्किलें इनके पीछे पड़ गई। कालबेलिया समाज से ताल्लुक रखने वाली गुलाबो ने बिग बॉस के घर में अपने जन्म की खौफनाक कहानी सुनाई थी, जिसे सुनकर हर किसी के रोगटें खड़े हो गए थे। साल 1973 में जन्मी गुलाबो अपने माता-पिता की 7वीं संतान है। गुलाबो जब पैदा हुई तो उन्हें जिंदा दफनाने की कोशिश की गई लेकिन किसी तरह गुलाबो के माता-पिता ने उनकी जान बचा ली।
पिता ने किसी तरह से बचाई थी गुलाबो की जान
अपने जन्म की कहानी बताते हुए गुलाबो ने कहा था कि उनका जन्म धनतेरस के दिन हुआ था जब वो पैदा हुई तो पिता घर पर नहीं थे। उनके जन्म के बाद वहां मौजूद औरतों ने कहा कि इसकी तो पहले से ही 3 बेटियां है और अब एक और हो गई। यह हमारे समाज के नियमों के खिलाफ भी है। गुलाबो की मां को बिना बताए कि लड़का हुआ है या लड़की, गुलाबो को दाई ने जंगल में ले जाकर जमीन में गाड़ दिया। उनकी मां खूब रोई और औरतों के सामने गिड़गिड़ाते हुए पूछा कि उनकी बेटी को कहां गाड़ा है पर किसी ने कुछ नहीं बताया। रात को 12 बजे गुलाबो की मौसी आई फिर दोनों बहनों ने जाकर जमीन को खोदा और नवजात बच्ची को निकाला। गुलाबो जिंदा मिली और उसकी सांसे भी चल रही थी। जब गांव वालों को पता चला तो सभी कोसने लगे और कहने लगे कि जमीन में से कौन जिंदा निकल सकता है ये चुड़ैल या कोई बला हो सकती है। उस वक्त गुलाबो के पिता ने कहा कि धरती में से जिंदा धरती मां निकलती है। लोगों के डर से गुलाबों के सेपेरे पिता उन्होंने सांपों के साथ ले जाने लगे। बचपन से सापों के साथ बढ़ी हुई गुलाबों ने सांपों का ही दूध पिया। 2 साल की उम्र में वो बीन पर डांस करने लगी।
6 साल की उम्र में हुई 35 साल के शख्स से सगाई
जब गुलाबों ने पहला स्टेज शो किया तो भी उनके समाज में काफी बवाल हुआ। उन्हें गंदी औरत तक कहा गया। गुलाबो के पिता को कहा गया कि यहां तो इसकी शादी कर दो यहां फिर समाज से बाहर हो जाओ...। मजबूरी में 6 साल की उम्र में ही 35 साल के शख्स से गुलाबो की सगाई कर दी गई लेकिन जब गुलाबो के होने वाले पति को पता चला कि वो डांस करती है तो उन्होंने रिश्ता तोड़ दिया। रिश्ता टूटने पर गुलाबो खुश थी लेकिन उनके पिता को समाज से बाहर कर दिया गया था। साल 1981 में गुलाबो ने पुष्कर मेले में परफॉर्म किया था तब एक सरकारी गेस्ट ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच तक ले गईं। इसके बाद वो अमेरिका गई और वहां जाकर उन्होंने लोगों को कालबेलिया डांस से रूबरू करवाया। जब वो अमेरिका से लौटी तो उनके लिए लोगों का नजरिया भी बदल गया।
भले ही बचपन में गुलाबो ने इतना दुख झेला लेकिन आज वो मशहूर सेलिब्रिटी डांसर हैं। साल 2016 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया. 2021 में उन्हें भारत गौरव अवॉर्ड भी मिला था।उनका यह संघर्ष हर किसी को इंस्पायर करता है। आज उनका नाम गिनीज बुक में शामिल है।