डायबिटीज के मरीजों के लिए एक बहुत ही अच्छी खबर सामने आई है। दवाईयां बनाने वाली कंपनी ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने बुधवार को भारत में पॉपुलर एंटीडायबिटीज दवाई लिराग्लूटाइड(Liraglutide) का बायोसिमिलर लॉन्च किया है। कंपनी ने हाल ही में दिए बयान में कहा है कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से मंजूरी मिलने के बाद इस दवा का मार्केटिंग ब्रांड नाम लिराफिट के अंतगर्त किया जा रहा है। रिपोर्ट्स की मानें तो लिराफिट दवाई की 1 स्टैंडर्ड खुराक की कीमत लगभग 100 रुपये है।
नहीं पड़ेगी थेरेपी की जरुरत
रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी ने दावा किया है कि 2 मिलीग्राम(प्रति दिन) और थेरेपी की लागत लगभग 70 प्रतिशत कम कर देगी। लिराफिट सिर्फ नुस्खे के तहत उपलब्ध होगा। ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स के चेयरमैन और बिजनेस हेड इंडिया फॉर्मूलेशन आलोक मलिक ने कहा कि डायग्लोनस्टिक परीक्षणों से पता चला है कि यह एथेरोक्लेरोटिक कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों और मोटापे के साथ-साथ टाइप 2 डायबिटीज रोगियों में ग्लाइसेमिक कंट्रोल में सुधार करने में मदद करता है।
मधुमेह रोगियों का होगा इलाज
कंपनी के मलिक ने कहा कि लिराग्लूटाइड ने डायग्नोस्टिक परीक्षणों में रोगियों में बीच हृदय और गुर्दे की सुरक्षा परिणामों पर भी पॉजिटिव असर डाला है। ऐसे में यह टाइप 2 डायबिटीज मेलिटस वाले रोगियों के लिए इलाज का एक अच्छा ऑप्शन बन गई है। कंपनी ने कहा कि इश लॉन्च के साथ अब हमने डायबिटीज चिकित्सा क्षेत्र में एक और जरुरी कदम उटाते हुए इंजेक्टेबल एंटीडायबिटीक बाजार में कदम रखा है।
गौरतलब है कि अक्टूबर 2008 और दिसंबर 2020 के बीच किए गए आईसीएमआर इंडियाबी शोध के अनुसार, डायबिटीज का समग्र भारतीय प्रसार 11.4% था। अगस्त 2023 को समाप्त होने वाली 12 महीने की अवधि के लिए आईक्यूवीआईए बिक्री आंकड़ों के अनुसार, भारत में जीएलपी-1 आरए का बाजार 259 करोड़ रुपये होने के अनुमान है, जिसमें पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 108% की वार्षिक वृद्धि हुई है।