नारी डेस्कः जिस तरह से हम अपने चेहरे का ध्यान रखते हैं वैसे बाकी शरीर की केयर करनी भी जरूरी है। मानसून के मौसम में स्किन पर नमी रहने लगती है जिसके चलते कुछ लोगों को खुजली व इचिंग होती है। वहीं नमी के चलते और घंटों शूज जैसी बंद फुटवियर पहनने से पैरों में नमी रहने लगती हैं। स्किन पर नमी और पसीने के चले खुजली होना आम सी समस्या है लेकिन अगर इस पर ध्यान ना दिया जाए तो यह स्किन को इचिंग, खुजली और फंगल इंफेक्शन भी दे सकती है। अगर आपको भी नमी के चलते पैरों में, खासतौर पर उंगलियों में खुजली की समस्या हो रही है तो कुछ टिप्स फॉलो किए जा सकते है। ये घरेलू नुस्खे इस समस्या को दूर करने में काफी फायदेमंद है।
फिटकरी का पानी
फिटकरी एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होती है, जो पसीने से होने वाले इन्फेक्शन और खुजली को दूर करती है।एक बाल्टी गुनगुने पानी में थोड़ी सी फिटकरी डालें और उसमें 15-20 मिनट तक पैर डालकर रखें।
बाद में अच्छे से सुखा लें।
नीम के पत्ते
नीम की पत्तियों को पानी में उबालें और उस पानी से पैर धोएं। नीम में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो इन्फेक्शन और खुजली को कम करते हैं। इससे आपको जल्द राहत मिलेगी।
टी ट्री ऑयल
टी ट्री ऑयल में भी एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। कुछ बूंदें टी ट्री ऑयल की नारियल तेल में मिलाकर पैरों पर लगाएं। यह खुजली और इन्फेक्शन को कम करने में मदद करता है।
नारियल तेल और कपूर
नारियल तेल और कपूर का नुस्खा भी फायदेमंद है। नारियल तेल में थोड़ा सा कपूर मिलाकर खुजली वाले स्थान पर लगाएं। यह त्वचा को ठंडक पहुंचाता है और इंफैक्शन से बचाता है।
एलोवेरा जेल
एलोवेरा जेल त्वचा को शांत करता है और खुजली से राहत दिलाता है। इसे प्रभावित स्थान पर लगाकर धीरे-धीरे मसाज करें।
बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडा और पानी का पेस्ट बनाकर इसे खुजली वाले स्थान पर लगाएं। बेकिंग सोडा त्वचा के पीएच स्तर को संतुलित करता है और जलन कम करता है।
कुछ और ध्यान देने वाली बातें
हमेशा सूती मोजे पहनें जिसमें हवा कोर्स होती रहे ताकि पैरों में पसीना कम आए। नियमित रूप से जूते और मोज़े बदलें और उन्हें अच्छी तरह से सूखने दें। लगातार पैर धोने के बाद उन्हें अच्छी तरह से सुखाएं, खासकर उंगलियों के बीच क्योंकि नमी इन्फेक्शन और खुजली को बढ़ा सकती है। अगर आपको पैरों में बहुत ज्यादा पसीना आता है तो पैरों में टैल्कम पाउडर या एंटीफंगल पाउडर का उपयोग करें। इससे पैरों को सूखा रखने में मदद मिलती है।
नोटः यदि घरेलू उपायों से राहत नहीं मिलती है या परेशानी बढ़ रही है तो डॉक्टर से संपर्क करें क्योंकि यह किसी गंभीर इन्फेक्शन का संकेत भी हो सकता है।