कई महिलाएं अपने मेकअप किट की चीजों को लेकर कंफ्यूज रहती हैं। ऐसे उत्पादों में ब्लशर और हाइलाइटर शामिल हैं। मेकअप करते वक्त महिलाएं गाल,ठुड्डी और आंखों के अंदरूनी कोने पर ब्लशर या हाइलाइटर का इस्तेमाल करते हैं। ब्लशर और हाइलाइटर एक दूसरे से बहुत अलग हैं, और वे अलग-अलग कामों के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
क्या है दोनों में अंतर
ब्लशर का उपयोग करना
मेकअप के दौरान गालों पर ब्लशर का इस्तेमाल किया जाता है। यह गालों को चमकदार बनाकर चेहरे को निखारता है। बाजार में ब्लशर के कई शेड्स उपलब्ध हैं। आप अपनी स्किन टाइप के हिसाब से ब्लशर चुनकर बेस्ट लुक पाने के लिए इन रंगों का इस्तेमाल कर सकती हैं।
हाइलाइटर का उपयोग करना
इसका उपयोग ऊपरी गालों के साथ-साथ फोरहेड, चिन और आंखों के कोनों पर भी किया जा है। ब्लशर की तरह ही हाइलाइटर भी अलग-अलग रंगों में होते है। आप अपनी ड्रेस को ध्यान में रखते हुए हाइलाइटर के शेड्स चुन सकती हैं।
दोनों के रुप में है अंतर
ब्लशर आमतौर पर क्रीम या पाउडर के रूप में आता है। वहीं, क्रीम और पाउडर के अलावा लिक्विड फॉर्म में हाईलाइटर मिलता है।
पहले करना चाहिए किसका उपयोग
मेकअप के दौरान अक्सर जानकारी के अभाव में महिलाएं ब्लशर और हाईलाइटर एक साथ लगाती हैं। बेहतरीन मेकअप लुक पाने के लिए बेहतर है कि ब्लशर लगाने के बाद ही हाइलाइटर लगाएं।
इसके फायदे
ब्लशर और हाइलाइटर दोनों ही आपके चेहरे को फ्रेश लुक देने में मददगार होते हैं। जहां ब्लशर आपके फेस को चमकदार बनाता है, वहीं हाइलाइटर चेहरे के उस हिस्से को अधिक परिभाषा देता है, जिस पर आप इसे लगाते हैं। साथ में आपको सुंदर महसूस कराता है। तो अब तो आपको दोनों का अंतर और उपयोग करने का तरीका पता चल गया है तो देर किस बात की, इनका सही से इस्तेमाल करके अपनी खूबसूरती बढ़ा सकती है।