शादी के बाद हर कोई चाहता है कि उनकी जिंदगी खुशहाल हो और उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े। हालांकि कई बार छोटी-छोटी चीजें हमारी लाइफ को तबाह कर देती है। अगर आप भी हैप्पी और प्यार भरा वैवाहिक जीवन चाहते हैं तो आपको हम कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं जिसकी मदद से लाइफ और भी ब्यूटीफूल बना जाएगी। आइए जानें कैसे
बेवजह पत्नी पर हुक्म न चलाएं
कुछ लोग क्या करते हैं कि मित्रों या परिवार वालों के बीच अपनी पत्नी को नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं, ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए। पति को बाहरी लोगों के सामने पत्नी की कमियां नहीं गिनानी चाहिए क्योंकि ये प्राइवेट मामला है। कमियां किसमें नहीं होतीं, पति हो या पत्नी, दोनों में कुछ आदतें या कमियां होती हैं। आदतों को सुधारने के लिए हमेशा प्राइवेट में बात करें। एक-दूसरे के गुण और दोषों को सहज होकर स्वीकार करें।
एक-दूसरे के लिए निकालें समय
सप्ताह में एक बार सब मिलकर घूमने जाएं। महीने में एक-दो बार होटल, रेस्टॉरेंट जाएं ताकि मूड थोड़ा फ्रैश हो जाए और कुछ बातें भी हों। एक-दूसरे के साथ हंसी-खुशी समय बिताएं, कोई बात भावनाओं को ठेस पहुंचाती है उससे बचें। ऐसे विषयों पर बातचीत न करें तो बेहतर है, ताकि सार्वजनिकजगह पर अपसेंट नहीं होना पड़े।
पति-पत्नी दोनों एक-दूसरे का सम्मान करे
दोनों में यदि कोई भी गुस्से में हो तो एक-दूसरे को सुनने और समझने की कोशिश करें, न कि गुस्से को और बढ़ावा दें। गुस्से के दौरान थोड़ी गम्भीरता व सहनशीलता से काम लें। ऑफिस या दोस्तों का गुस्सा पन्नी पर न निकालें। वहीं महिलाएं कामवाली के न आने, किटी पार्टी में न जा पाने का गुस्सा पति पर ना उतारें।
पति-पत्नी के प्रेम का दूसरा नाम है समर्पण
अक्सर पतियों को यह लगता है कि यदि में प्रेम व्यक्त करूंगा तो पल्ली की नजर में छोटा हो जाऊंगा, या मैं क्यों अपनी ओर से पहल करूं, मैं पुरुष हूं। उनके यह विचार ईगो भरे होते हैं। आप अपनी पत्नी से प्यार करते हैं तो उसे बताएं भी कि मैं तुमसे प्यार करता हूं। रिश्ते की मजबूती के लिए अभिव्यक्ति बहुत जरूरी है। वहीं पत्नी को भी चाहिए कि जब पति अच्छे मूड में हो और प्यार प्रदर्शित करे तो पति के साथ मिलकर अपनी अभिव्यक्ति को मजबूती प्रदान करे, न कि पति के अच्छे मूड का फायदा कोई मांग सामने रख दे।