नारी डेस्क: मलयालम फिल्म उद्योग में यौन शोषण को उजागर करने वाली न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट मशहूर फिल्म निर्माता एकता आर. कपूर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि- महिलाएं कार्यस्थल पर तभी सुरक्षित महसूस करेंगी जब उन्हें समान अवसर मिलेंगे और वे कंपनियों में शीर्ष पद पर आसीन होंगी।
अपने प्रोडक्शन की आगामी फिल्म ‘‘द बकिंघम मर्डर्स'' का ट्रेलर जारी होने के मौके पर एकता ने कहा कि महिलाओं के लिए सुरक्षित कामकाजी माहौल सुनिश्चित करने के वास्ते सचेत प्रयास करने होंगे। उन्होंने पत्रकारों से कहा- ‘‘बहुत-सी जगहों पर, हमें शीर्ष पर और कंपनियों को संचालित करने वाली महिलाओं की जरूरत है तथा इसके लिए महिलाओं को भी पहल करनी होगी। और जैसा कि मैंने कहा है कि जब रिपोर्ट आएगी, हम इसके बारे में और पढ़ेंगे।''
एकता कपूर का कहना है कि- ‘‘ कार्यस्थल पर किसी भी स्थान पर महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण बनाए रखने के लिए सचेत प्रयास करने होंगे। इसका एक बड़ा हिस्सा यह होगा कि महिलाएं पेशेवर नौकरियों का नेतृत्व करें। मुझे लगता है कि ऐसा शुरू होना चाहिए। यह अब भी बहुत उपेक्षित क्षेत्र है।'' केरल फिल्म उद्योग हेमा समिति की रिपोर्ट में किए चौंकाने वाले खुलासों के बाद अभी उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है।
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद से एक बंगाली अभिनेत्री समेत कई महिला कलाकारों ने मलयालम सिनेमा के जाने-माने कलाकारों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। फिल्म निर्माता हंसल मेहता ने कहा कि कार्यस्थल पर महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल बनाने की जिम्मेदारी पुरुषों पर है। ‘द बकिंघम मर्डर्स' 13 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इसमें रणवीर बराड़, एश टंडन, असद राजा, प्रभलीन संधू, संजीव मेहरा, अडवोआ अकोटो और जैन हुसैन हैं।