बिजी लाइफस्टाइल के कारण लोग अपनी डाइट का खास ध्यान नहीं रख पाते हैं। इसके कारण दिल संबंधी समस्याएं होने का खतरा रहता है। मगर आप अपनी डेली डाइट में कुछ खास हरी सब्जियां शामिल कर सकते हैं। हरी सब्जियां पोषक तत्व व एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर होती है। इनका सेवन करने से इम्यूनिटी तेज व वजन कंट्रोल रहता है। दिल को बेहतर तरीके से काम करने की शक्ति मिलती है। ऐसे में हार्ट अटैक आने व दिल संबंधी बीमारियों की चपेट में आने का खतरा कम रहता है। चलिए आज हम आपको स्वस्थ दिल के लिए 5 हेल्दी सब्जियों व इसके डाइट में शामिल करने का तरीका बताते हैं...
पालक
पालक में आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन, पोटैशियम, फोलेट, मैग्नीशियम, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इसका सेवन खून और दिल की सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसका सेवन करने से दिल स्वस्थ रहता है। आप इसे सब्जी, जूस व सूप के रूप में डेली डाइट में शामिल कर सकती हैं।
ब्रोकली
दिखने में गोभी जैसी यह सब्जी इम्यूनिटी बढ़ाने व दिल स्वस्थ रखने में मदद करती है। इसमें विटामिन ए, सी, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, एंटी-ऑक्सीडेंट्स आदि गुण होते हैं। इसके सेवन से दिल बेहतर तरीके से काम करता है। ऐसे में दिल संबंधित बीमारियों की चपेट में आने का खतरा कम रहता है। आप इसे सूप,सब्जी, सलाद के रूप में डेली डाइट में शामिल कर सकती हैं।
गाजर
गाजर में विटामिन का उच्च स्त्रोत माना जाता है। इसमें विटामिन ए, भी 6, सी, डी आदि भरपूर मात्रा में होते हैं। इसके अलावा गाजर में आयरन, सोडियम, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटैशियम व एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी अधिक मात्रा में होते हैं। इसके सेवन से दिल बेहतर तरीके से काम करता है। ऐसे में दिल संबंधित बीमारियों से बचाव रहता है। आप इसका सब्जी, सलाद, जूस या सूप के रूप में सेवन कर सकती हैं।
लहसुन
लहसुन पोषक तत्व, एंटी-ऑक्सीडेंट्स व औषधीय गुणों से भरपूर होता है। ऐसे में इसके सेवन से इम्यूनिटी बढ़ने में मदद मिलती है। इसके साथ इसमें मौजूद एलीसिन तत्व कोलेस्ट्रॉल कम करके खून के थक्के बनने से रोकता है। ऐसे में दिल स्वस्थ रहता है। आप इसे सब्जी, दाल, सूप आदि में मिलाने के अलावा कच्चा भी खा सकती है।
भिंडी
भिंडी विटामिन ए, पोटेशियम, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, अनसैचुरेटेड फैटी एसिड, बीटा कैरोटीन आदि से भरपूर होती है। इसके सेवन से दिल स्वस्थ रहता है। ऐसे में दिल संबंधित बीमारियों की चपेट में आने का खतरा कम रहता है।