छोटा-मोटा बुखार हो जाए तो सबसे पहले दिमाग में पैरासिटामोल का ही नाम आता है। हालांकि इसका सेवन करके शरीर को काफी आराम भी मिलता है लेकिन हाल ही में सामने आए नतीजों को सुनकर शायद आप चौंक जाएं। पेरासिटामोल एंटीबायोटिक दवाईयों का असर दो तिहाई तक कम कर देती है। वैज्ञानिकों की मानें तो उन्होंने 499 बैक्टीरिया पर गंभीर रिसर्च करने के बाद इस बात को साबित किया है। पैरासिटामोल एक एनाल्जेसिक और एंटीपायरेटिक दवाई के तौर पर ली जाती है। दर्द और बुखार कम करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए कैसे खतरनाक हो सकती है आज आपको इसके बारे में बताएंगे। तो आइए जानते हैं...
शोध में सामने आए नतीजे
आईवीआरआई के वैज्ञानिकों की मानें तो शोध के दौरान साबित हुआ कि पैरासिटामोल को एक मिलीग्राम तक किसी एंटीबायोटिक के साथ मिलाकर खाने पर दवाई का असर एक तिहाई से दो तिहाई तक कम हो जाता है। ऐसे में इसके चलते किसी बीमारी व्यक्ति को दवाई लिखते समय डॉक्टरों की इसकी डोज भी बढ़ानी पड़ सकती है। शोध को एक अंतरराष्ट्रीय पत्रिका एक्टा साइंटिफिक वेटरनरी साइंस में प्रकाशित किया गया है।
इन दवाईयों के साथ खाने से बढ़ सकता है असर
इसके अलावा रिसर्च में यह भी साबित हुआ है कि किसी एक मिलीग्राम एंटीबॉयोटिक के साथ एक मिलीग्राम एस्प्रिन, फ्लूनिक्शिन, डाइक्लोफेनिक मिलाने पर इस दवाई का असर 3-5 गुणा तक भी बढ़ सकता है। ऐसे में एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह रिसर्च आने वाले समय में चिकित्सा क्षेत्र में डॉक्टरों और दवा कंपनियों के लिए लाभकारी साबित होगी। उनके अनुसार, समय के साथ दवाई की प्रमाणिकता का पता चलेगा जिससे किसी भी बीमारी का बेहतर इलाज करने में मदद मिलेगी।
ज्यादा मात्रा में खाना होगा नुकसानदायक
इसके अलावा बिना डॉक्टर के सलाह के ज्यादा मात्रा में पैरासिटामोल का सेवन न करें। इसका प्रतिकुल प्रभाव एंटीबायोटिक दवाईयों पर पड़ सकता है। इसके अलावा सामान्य तौर पर तो यह दवाइंया इंफेक्शन दूर करने में मदद करती हैं लेकिन ज्यादा मात्रा में इनका सेवन करने से शरीर को नुकसान भी हो सकता है।
डॉक्टर की सलाह के बिना न खाएं
इसके अलावा शोध के बाद एक्सपर्ट्स ने सलाह दी है कि एक दिन में 600 मिलीग्राम से ज्यादा खुराक लेने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरुर ले लें।
बिना मतलब एंटीबॉयोटिक खाना पड़ेगा भारी
उनके अनुसार, हर दवाई की एक डोज होती है ऐसे में यदि इसका सही मात्रा में उपयोग किया जाए तो यह बैक्टीरिया खत्म करती है लेकिन बेवजर एंटीबायोटिक खाने से बैक्टीरिया की इम्यूनिटी पॉवर बढ़ जाती है जिसके कारण दवाई भी असर नहीं करती। इसके अलावा शोधकर्ताओं ने 499 बैक्टीरिया पर करीबन चार साल तक अध्ययन किया था।