
नारी डेस्क: धनतेरस, दिवाली पर्व का पहला दिन, घर में सुख-समृद्धि और धन की वृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस दिन दीपक जलाना विशेष महत्व रखता है। मान्यता है कि धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी, भगवान कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा करने से घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। धनतेरस पर कुल 13 दीए जलाना सबसे शुभ माना जाता है। इन दीयों को घर के विभिन्न स्थानों पर सही मुहूर्त में जलाने से मां लक्ष्मी का वास होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
धनतेरस पर दीया जलाने का शुभ मुहूर्त
धनतेरस पर दीये जलाने के लिए दो प्रमुख शुभ समय हैं लाभ चौघड़िया: शाम 5:48 बजे से 7:23 बजे तक शुभ चौघड़िया: रात 8:58 बजे से 10:33 बजे तक इस समय दीपक जलाने से धन-धान्य की वृद्धि होती है और घर में सुख-शांति का वातावरण बनता है।

धनतेरस पर दीये कहां-कहां जलाएं
धनतेरस के दिन 13 दीयों को घर के अलग-अलग स्थानों पर रखें
पहला दीया तुलसी के पास
दूसरा दीया घर की छत पर
तीसरा दीया घर के बाहर दक्षिण दिशा की ओर, यमराज के नाम से
चौथा दीया मुख्य द्वार पर
पांचवां दीया माता लक्ष्मी के सामने पूजा स्थल पर
छठा दीया कूड़े के पास
सातवां दीया बेल वृक्ष के नीचे
आठवां दीया वॉशरूम में

नौवां दीया घर के पास किसी मंदिर में
दसवां दीया पीपल के पेड़ के पास
ग्यारहवां दीया घर के ब्रह्म स्थान पर
बारहवां दीया रसोई घर में
तेरहवां दीया घर की खिड़की पर
इन स्थानों पर दीए जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
धनतेरस पर दीया जलाने का मंत्र
दीपक जलाते समय इस मंत्र का जप करें “ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥” मंत्र का जाप करने से घर में धन-धान्य की कमी नहीं रहती, जीवन में सफलता और खुशियां आती हैं। साथ ही नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
