नारी डेस्क : अगर आप रोज़ाना मीट खाते हैं और अचानक 30 दिनों के लिए मीट खाना छोड़ने का सोच रहे हैं, तो यह जानना ज़रूरी है कि इसका असर आपके शरीर पर कैसे पड़ता है। मीट को एक कंप्लीट प्रोटीन माना जाता है, जो मांसपेशियों, ऊर्जा और इम्युनिटी के लिए जरूरी है। लेकिन एक महीने तक मीट न खाने से शरीर में कुछ सकारात्मक तो कुछ नकारात्मक बदलाव भी देखने को मिल सकते हैं।
30 दिनों तक मीट न खाने से शरीर में क्या बदलाव आते हैं?
इंफ्लेमेशन कम हो सकती है
लाल और प्रोसेस्ड मीट में सैचुरेटेड फैट की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में सूजन यानी इंफ्लेमेशन को बढ़ा सकता है। जब मीट का सेवन कम किया जाता है या पूरी तरह बंद कर दिया जाता है, तो धीरे-धीरे शरीर में इंफ्लेमेशन घटने लगती है। इसका असर जोड़ों के दर्द, शरीर में भारीपन और अकड़न जैसी समस्याओं में राहत के रूप में दिखाई दे सकता है।

एनर्जी लेवल कम हो सकता है
मीट छोड़ने के बाद कुछ लोगों को थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है। ऐसा प्रोटीन और आयरन की कमी के कारण होता है। इसलिए मीट छोड़ते समय दाल, चना, पनीर, सोया, दूध और नट्स जैसे शाकाहारी प्रोटीन स्रोत जरूर शामिल करें।
पेट और गट हेल्थ बेहतर होती है
मीट छोड़ने के बाद लोग आमतौर पर अनाज, फल और सब्ज़ियों का सेवन अधिक करने लगते हैं, जिससे शरीर को भरपूर फाइबर मिलता है। फाइबर गट बैक्टीरिया को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। इसका नतीजा यह होता है कि पेट साफ रहता है, कब्ज की समस्या कम होती है और कुल मिलाकर गट हेल्थ में सुधार देखने को मिलता है।

मल त्याग में बदलाव आ सकता है
फाइबर से भरपूर प्लांट-बेस्ड डाइट लेने पर मल की मात्रा बढ़ जाती है और पाचन प्रक्रिया में बदलाव देखने को मिल सकता है। ऐसे में कुछ लोगों को मल त्याग के दौरान बाथरूम में पहले से ज्यादा समय लग सकता है। यह शरीर के फाइबर के साथ एडजस्ट होने की सामान्य प्रक्रिया मानी जाती है और आमतौर पर कुछ समय बाद सब कुछ संतुलित हो जाता है।
मीट छोड़ने के संभावित जोखिम (Potential Risks)
अगर आप बिना किसी योजना के अचानक मीट खाना छोड़ देते हैं और अपनी डाइट को संतुलित नहीं रखते, तो शरीर में कई तरह की कमियां पैदा हो सकती हैं। सबसे पहले प्रोटीन की कमी होने लगती है, जिससे मांसपेशियां कमजोर पड़ सकती हैं और शरीर जल्दी थकने लगता है। इसके साथ ही हड्डियों की मजबूती पर असर पड़ता है और कमजोरी महसूस हो सकती है। जरूरी पोषक तत्वों की कमी से इम्युनिटी भी कमजोर हो सकती है, जिससे बीमार पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए मीट छोड़ते समय डाइट में प्रोटीन, आयरन, विटामिन B12 और कैल्शियम के अच्छे वैकल्पिक स्रोत जरूर शामिल करना चाहिए।

30 दिनों तक मीट न खाना शरीर के लिए फायदेमंद भी हो सकता है और नुकसानदायक भी यह पूरी तरह आपकी डाइट प्लानिंग पर निर्भर करता है। अगर आप संतुलित शाकाहारी आहार लेते हैं, तो गट हेल्थ और इंफ्लेमेशन में सुधार दिख सकता है। लेकिन पोषक तत्वों की अनदेखी करने पर कमजोरी और पोषण की कमी हो सकती है।