भारत में कोरोना के खिलाफ देश डटकर काम पर लगा है। वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पूरे जोरों शोरों से की जा रही है। इस रेस में भारत ने अब एक नया रिकॉर्ड बना लिया है। देखा जाए तो तमाम देशों में कोरोना वैक्सीन की प्रक्रिया भारत से पहले ही शुरू हो गई थी लेकिन कोरोना वैक्सीनेशन के मामले में भारत में अब दुनिया के तमाम देशों से आगे निकल चुका है। हाल ही के आंकड़ों की मानें तो अब तक देश में 50 लाख से अधिक लोगों को कोरोना का टीका दिया जा चुका है इस तरह भारत ने अपने नाम एक रिकॉर्ड कर लिया है। आपको बता दें कि भारत पहला देश है जहां इतनी तेजी से टीकाकरण हुआ है।
21 दिनों में 50 लाख से अधिक लोगों को लगा टीका
केंद्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय के भारत में महज 21 दिनों में 50 लाख लोगों से अधिक लोगों को टीकाकरण लग चुका है। आपको बता दें कि भारत में पिछले महीने की 16 जनवरी को टीकाकरण का अभियान शुरू हुआ किया गया था। हाल ही के आंकड़ों की मानें तो बीते दिन तक 53 लाख लोगों को टीका लगाया चुका है। इस पर स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव डॉ मनोहर अगनानी की मानें तो अमेरिका को 50 लाख लोगों को टीका लगाने में कुल 24 दिन लगे, जबकि भारत ने इसे 21 दिन में ही पूरा कर लिया तो वहीं, ब्रिटेन में कुल 43 दिन लगे, जबकि इस्राइल को 45 दिन लगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि पहले चरण में एक करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों के टीकाकरण का लक्ष्य है।
मार्च में 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को लगेगा टीका
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने हाल ही में यह कहा कि 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को मार्च के दूसरे या तीसरे हफ्ते से टीका लगाने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। आपको यहां बता दें कि हाल ही में बजट में टीकाकरण के लिए 35 हजार करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं।
7 कोविड वैक्सीन पर चल रहा काम
बता दें कि फिलहाल मौजूदा वक्त में 7 कोविड वैक्सीन पर काम चल रहा है और इनमें से तीन टीके क्लिनिकल ट्रायल के तीसरे चरण में हैं जबकि दो पहले और दूसरे चरण में हैं। इसकी जानकारी भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दी है। उन्होंने बताया कि कोरोना के खिलाफ 2 टीके अग्रिम प्री-क्लिनिकल चरण में हैं।
टीकाकरण के चलते सामने नहीं आया कोई गंभीर केस
एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी की मानें तो टीकाकरण अभियान के चलते अभी तक कोई गंभीर केस या फिर मौत की कोई भी घटना सामने नहींआई है। हालांकि टीकाकरण के बाद अब तक 27 लोगों को अस्पताल में भर्ती करवानी की ही जरूरत पड़ी है और टीका लगाने के बाद अब तक 22 लोगों की जान गई है लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि किसी का भी संबंध कोरोना के टीके से नहीं है।