बाकी देशों की तरह कोरोना का कहर भारत में भी बढ़ता जा रहा है। रोजाना इसके कईं केस सामने आ रहे हैं। वहीं हाल ही मे एक शोध में ये पाया गया कि अगर कोरोना की कोई वैक्सीन नहीं आती है तो भारत में अगले साल के शुरूआत तक इस महामारी का एक भयंकर रूप सबके सामने आ सकता है। दरअसल हाल ही में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) के शोधकर्ताओं ने ये भविष्यवाणी की है और उनकी रिसर्च के अनुसार फरवरी 2021 तक रोजाना 2.87 लाख मामले भारत में सकते हैं जिससे ये भी हो सकता है कि भारत सबसे प्रभावित देशों की गिनती में आ जाए। इस पर एमआईटी ने अमेरिकी के स्लोएन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के हाजीर रहमानदाद, टीवाई लिम और जॉन स्टरमैन के साथ मिलकर ये स्टडी की है।
स्टडी में सामने आई ये बात
एमआईटी ने इस पर जो स्टडी की है उसमें ये बात सामने आई है कि फरवरी 2021 में भारत कोरोना महामारी से सबसे अधिक प्रभावित देशों की गिनती में होगा। वहीं भारत के अलावा अगर बाकी देशों की और रूख करें तो अमेरिका में प्रतिदिन 95,400 केस, साउथ अफ्रीका में प्रतिदिन 20,600, ईरान में 17,000, इंडोनेशिया में 13,200, में यूके में 4200, नाइजीरिया में 4000, तुर्की में 4,000, फ्रांस में हर दिन 3300 और जर्मनी में 3000 केस आ सकते हैं।
शोधकर्ताओं ने उपयोग में लिया ये मॉडल
वहीं आपको ये भी बता दें कि शोधकर्ताओं ने अध्ययन करने के लिए एक मानक मैथमैटिकल मॉडल का इस्तेमाल किया गया है जिसे SEIR (Susceptible, Exposed, Infectious, Recovered) मॉडल कहा जाता है।
इतने लाख लोगों की हो सकती है मौत
वहीं शोधकर्ताओं ने अध्ययन में यह भी अनुमान लगाया है कि उपचार के अभाव में मार्च-मई, 2021 तक दुनिया भर में 20 करोड़ से 60 करोड़ केस और 17.5 लाख लोगों की मौत हो सकती है। शोधकर्ताओं के अनुसार अगर लोग लापरवाही बरतते हैं तो ये महामारी और विकराल रूप ले सकती है।