कोरोना वायरस पर एक स्टडी के मुताबिक, ये वायरस अन्य फ्लू की तुलना में करीब 4 गुना ज्यादा लंबे समय तक जिंदा रह सकते हैं। प्लास्किट, लोहे, लकड़ी और कांच जैसी वस्तुओं पर यह वायरस करीब 9 दिनों तक जिंदा रह सकता है। वहीं हाल ही में हुए ताजा रिसर्च के मुताबिक, यह जूतों पर भी जिंदा रह सकता है।
जूतों पर भी जिंदा रह सकता है वायरस
रिसर्च के मुताबिक, कोरोनो वायरस रबर, चमड़े और पीवीसी- आधारित तलवों पर 5 दिन या उससे अधिक समय तक जीवित रह सकते हैं। साथ ही उन्होंने यह भी सुझाव दिया है कि व्यक्ति ऐसे जूते पहनें, जिसे मशीन में धोया जा सकता हो।
यही नही, COVID-19 प्लास्टिक पर 2-3 दिनों तक जीवित रह सकता है यानि प्लास्टिक से बने जूते भी हानिकारक है। जूते के ऊपरी हिस्से की तुलना में अधिक बैक्टीरिया, कवक और वायरस तलवे यानि नीचे वाले हिस्से में मौजूद होते हैं।
लकड़ी-कांच पर कितने दिनों तक जिंदा रहता है कोरोना वायरस?
-कोरोना वायरस 20 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर 2 दिनों तक जिंदा रह सकता है।
-लकड़ी और कांच पर 4 दिनों तक मेटल यानी धातु की वस्तुओं पर 5 दिनों तक जबकि प्लास्टिक और चीनी-मिट्टी पर भी 5 दिनों तक जिंदा रह सकता है।
-अगर कमरे का तापमान ठंडा है तो कोरोना वायरस किसी प्लास्टिक की सतह पर 9 दिनों तक रह सकता है। जबकि एल्यूमीनियम पर 2 घंटे, लेटेक्स पर करीब 8 घंटे तक इसका असर रहता है।
इन चीजों पर जिंदा नहीं रह सकता वायरस
शोधकर्ता के मुताबिक, पैसों, बालों और कपड़ों जैसी हवा पास होने वाली चीजों पर वायरस लंबे समय कर जीवित नहीं रह सकता क्योंकि ऐसी चीजों में रिक्त स्थान या छेद सूक्ष्म जीव को फंसा सकते हैं और इसे प्रसारित होने से रोक सकते हैं।
कोरोना वायरस से बचने के हिदायतें
. घर को बार-बार सैनेजाइजर से साफ करते रहें।
. जब बाहर से अंदर आए तो जूते घर के बाहर ही उतार दें।
. बार-बार मुंह, नाक को छूने से बचें।
. अपने जूतों को भी कीटाणुरोधी लिक्विड से साफ करें।