लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने पिता रामविलास पासवान के "असली" राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। चिराग को नरेन्द्र मोदी सरकार में शामिल किया गया और इसके साथ ही राजनीति के दंगल में उनकी जोरदार वापसी हुई। कभी फिल्मों में किस्मत अजमा चुके पासवान ने अपनी राजनीति पारी से सभी को हैरान कर दिया है।
संसद में कंगना रनौत को गले लगाकर चर्चा में आए चिराग पासवान का एक और वीडिया सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। खुद को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ‘‘हनुमान'' बताने वाले चिराग पासवान केंद्र में अब मंत्री के रूप में अपनी नयी पारी शुरू करने जा रहे हैं। अपने पुराने वीडियाे में वह टीवी और भोजपुरी एक्ट्रेस श्वेता तिवारी के साथ ठुमके लगाते नजर आ रहे हैं।
दरअसल सालों पहले चिराग और श्वेता तिवारी ने एक साथ 'कट्टो गिलहरी' नाम से एक गाना शूट किया था, जिसके 1 करोड़ से ज्यादा व्यूज और 68 हजार से ज्यादा लाइक्स और कमेंट्स हैं। अब सालों बाद इस वीडियो को लोग खूब देख रहे हैं। जावेद अख्तर ने पासवान की फिल्म 'मिले ना मिले हम' का गाना 'कट्टो गिलहरी' लिखा था, जिसका संगीत साजिद वाजिद ने दिया था। इस फिल्म में चिराग के साथ कंगना रनौत, सागरिका घाटगे और कबीर बेदी भी नजर आए थे।
बता दें कि चिराग का राजनीति में प्रवेश 2012 में हुआ जब उन्हें लोजपा में संसदीय बोर्ड का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया। वह पहली बार 2014 में बिहार के जमुई लोकसभा सीट से चुने गए। 2019 में भी वह इसी सीट से चुने गए। ‘‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट'' के मिशन को लेकर आगे बढ़ रहे लोजपा (आरवी) अध्यक्ष चिराग को 2020 में अपने पिता के निधन के बाद पारिवारिक एवं राजनीतिक दोनों स्तर पर मुश्किलों का सामना करना पड़ा। पार्टी के छह में से पांच सांसदों ने अलग गुट बना लिया जिसका नेतृत्व उनके चाचा पशुपति पारस ने किया। लेकिन चिराग ने संयम के साथ परिपक्वता का भी प्रदर्शन किया और उसका फल उन्हें 2024 के संसदीय चुनाव में मिला जब भारतीय जनता पार्टी नीत गठबंधन राजग के तहत उन्हें बिहार में कुल पांच सीट मिलीं।
चिराग अपने गृह प्रदेश बिहार में एक तबके के बीच खासे लोकप्रिय हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाते हुए उन्होंने ‘‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट'' की बात की। उन्होंने 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के 136 उम्मीदवारों को मैदान में उतरा और 25 लाख वोट (छह प्रतिशत) हासिल कर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा।विधानसभा चुनाव के दौरान ही चिराग ने यह कहकर राजनीतिक पंडितों को हैरान कर दिया था कि वह प्रधानमंत्री मोदी के ‘‘हनुमान'' हैं।