डायबिटीज एक ऐसी क्रॉनिक व मेटाबॉलिक विकार है, जिसमें इंसुलिन का स्त्राव कम हो जाने से खून में ग्लूकोज स्तर समान्य से अधिक या कम हो जाता है। डायबिटीज में ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए खान-पान का ध्यान रखना जरूरी है। इसके अलावा आप योगासन से भी शुगर लेवल को कंट्रोल में रख सकते हैं।
चलिए आपको बताते हैं शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए योगासन...
पश्चिमोत्तानासन
शुगर लेवल कंट्रोल करने के साथ ये आसन पेट को टोन करता है। साथ ही यह बीपी, नींद न आने की परेशानी से निजात दिलाने में भी मददगार है।
पश्चिमोत्तानासन करने का तरीका:
इसके लिए पहले बैठ जाए और फिर हाथों को धीरे से जमीन की ओर दबाते हुए सांस अंदर लें। रीढ़ की हड्डी को जितना हो सके उतना लंबा करने की कोशिश करें। फिर हाथों को ऊपर की ओर सीधा करके जोड़ें और सांस छोड़ते हुए कूल्हों के जोड़ों से आगे की तरफ मुड़ें और हाथों को भी आगे ले जाएं। आगे मुड़ें की हाथों से पैरों के अंगूठे को छू सकें। मगर, ध्यान रखें कि ऐसा जबरदस्ती ना करें, आपसे जितना मुड़ा जाए उतना ही आगे जाए। इस पोज में 5 बार सांस लें और छोड़ें। धीरे-धीरे आप इसकी अवधि बढ़ा सकते हैं।
अर्ध मत्स्येन्द्रासन
इससे फेफड़ों में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है और रीढ़ की हड्डी में ब्लज सर्कुलेशन भी बेहतर होता है। साथ ही स्लिप-डिस्क के लिए भी यह एक अच्छा आसन है।
अर्ध मत्स्येन्द्रासन करने का तरीका:
इस आसन को करने के लिए बैठकर बाएं पैर को मोड़कर दाएं घुटने के ऊपर रखें। अब दाएं पैर को मोड़कर बाएं पैर के कूल्हों के निकट रखें। बाएं पैर के ऊपर से दाएं हाथ को ले जाएं और बाएं पैर के अंगूठे को पकड़ें। फिर सांस छोड़ते हुए जितना हो उतना मुड़े। साथ ही कंधे को भी मोड़ें और बाएं कंधे पर ध्यान केंद्रित करें। इसके बाद बाएं कंधे को जमीन पर रख कर सांस लेते और छोड़ते रहें। इस मुद्रा में 30 से 60 सेकंड्स तक रहें। आसन से बहार निकलने के लिए सभी स्टेप्स को विपरीत क्रम में करें।
बद्ध हस्त उत्तानासन
शुगर कंट्रोल के अलावा यह आसन स्पाइन में फ्लेक्सिबिलिटी, बेहतर पाचन तंत्र, अच्छी नींद, एनर्जी बढ़ाने और डिप्रेशन कम करने में भी मदद करता है।
बद्ध हस्त उत्तानासन करने का तरीकाः
इसके लिए पैरों को 2-3 इंच की दूरी पर रखकर खड़े हो जाए। अब सांस अंदर लेते हुए हाथों को पीछे की तरफ लेकर जाएं और फिर उंगलियों को एक दूसरे में बांध लें। इस दौरान बाजुओं को सीधा रखें। अब सांस छोड़ते हुए नीचे की तरफ झुकें और छाती, घुटनों को छुने की कोशिश करें।