बॉलीवुड में ऐसे बहुत से स्टार्स हैं जो अपने अलग ही स्टाइल के लिए जाने जाते हैं जैसे की जितेंद्र कपूर जो अपनी बेहतरीन डांसिंग स्टाइल के लिए अलग पहचान रखते हैं। जीतेंद्र आज 80 साल के हो चुके हैं और चलिए आज उनके जन्मदिन के मौके पर आपको उनकी लाइफ की कुछ रोचक बातें बताते हैं।
जीतेंद्र के घर में लगा पंखा देखने पहुंच गई थी पूरी चॉल
जितेंद्र कपूर जिनका असली नाम रवि कपूर हैं। अमृतसर के खत्री परिवार में पिता अमरनाथ और मां कृष्णा कपूर के घर में उनका जन्म हुआ। अमरनाथ आर्टिफिशियल ज्यूलरी का काम करते थे जिसे फिल्म इंडस्ट्री में ही सप्लाई किया जाता था। परिवार मुंबई में ही आ गया था। जीतेंद्र 20 सालों तक गोरेगांव, मुंबई के चॉल में रहे। जहां वह एक 4 मंजिला इमारत में 80 परिवारों के साथ रहते थे। उस समय भी गरीबी इतनी थी कि जब जीतेंद्र के घर पंखा लगा तो पूरी चॉल के लोग वो पंखा देखने उनके घर पहुंचे थे।
कभी ज्यूलरी बेचने का काम करते थे एक्टर
मुंबई के गिरगांव में सेंट सेबेस्टियन गोअन हाई स्कूल में पढ़ते उन्हें राजेश खन्ना का साथ मिला वो भी वहीं पढ़ते थे और वहीं मुंबई के सिद्धार्थ कॉलेज से उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई की और साथ ही पिता के काम में उनका हाथ भी बंटाते थे। पिता की मदद करते हुए वह वी. शांताराम को गहनों की सप्लाई करने जाते थे थे, जहां उन्हें 100 रु. महीना मिलते थे और एक दिन वी. शांताराम ने उन्हें फिल्म नवरंग में संध्या के डबल करेक्टर के लिए कास्ट कर लिया।
जंपिंग जैक के नाम से हुए फेमस
दरअसल, जीतेंद्र ने इस फिल्म में मैन लीड संध्या की तरह तैयार होकर उनकी बॉडी डबल का काम किया। दरअसल, उस समय आग से कूदने वाले एक सीन के लिए कोई भी लड़की तैयार नहीं थी और बाद में ये काम जीतेंद्र ने किया था। उनसे इंप्रैस होकर शांताराम ने उन्हें गीत गाया पत्थरों (1964) में लीड रोल दिया लेकिन फिल्म 'फर्ज' (1967) ने जितेंद्र को सुपरस्टार बना दिया। इस फिल्म के गीत 'मस्त बहारों का मैं आशिक' में जीतेंद्र टी-शर्ट और व्हाइट जूतों का ट्रैंड लेकर आए जो काफी फेमस हुआ। जितेंद्र का डांस भी सबसे अनोखा था इसलिए उन्हें जंपिंग जैक कहा जाने लगा। उन्होंने 1960 से 90 दशक के बीच कई हिट फिल्में दी और ज्यादातर उनकी जोड़ी श्रीदेवी और जया प्रदा के साथ हिट रहीं।
14 साल की उम्र में हुआ प्यार
पर्सनल लाइफ की बात करें तो जितेंद्र महज 14 साल के थे जब उन्हें शोभा कपूर से प्यार हो गया था। 1956-74 तक रिलेशन में रहने के बाद दोनों ने शादी कर ली दोनों के दो बच्चे एकता और तुषार कपूर है। दोनों ही बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाए हुए हैं लेकिन हेमा मालिनी के चलते जितेंद्र के घर में भी हंगामा हो गया था।
लेकिन शादी के बाद हेमा पर लट्टू हुई जीतेंद्र
दरअसल, उस समय हेमा और धर्मेंद्र के रिश्ते में दरार आ गई थी तो संजीव कुमार हेमा से अपने प्यार का इजहार करना चाह रहे थे तो संजीव ने हेमा के लिए जीतेंद्र से लव लेटर लिखवाया और उन्हीं के हाथों से घर पहुंचाया लेकिन जितेंद्र ने खुद चालाकी से उस लेटर में संजीव की जगह अपना नाम लिख था क्योंकि वह भी उन्हें दिल दे बैठे थे। वहीं, हेमा के परिवार वाले धर्मेंद्र और संजीव को पसंद नहीं करते थे हालांकि जितेंद्र उन्हें पसंद थे। जीतेंद्र दो दिन बाद ही हेमा के घर रिश्तेदार और पंडित लेकर पहुंचे लेकिन इसकी खबर उनकी पत्नी शोभा को भी हो गई और उन्होंने हेमा के घर पहुंचकर खूब हंगामा किया। दूसरी तरफ जब धर्मेंद्र ने कॉल कर जान देने की धमकी दी तो हेमा उनसे शादी करने के लिए राजी हो गईं।
पत्नी की बदौलत बाल-बाल बची जान
जीतेंद्र की लाइफ से जुड़ा एक और किस्सा हम आपको बताते हैं जब वह पत्नी शोभा के चलते ही बाल-बाल बचे थे। दरअसल, 1975 की बात है जब जीतेंद्र के लिए शोभा ने करवाचौथ का व्रत रखा था लेकिन ठीक उसी दिन उन्हें शूटिंग पर निकलना था लेकिन उनका फ्लाइट डिले हो गई तो जीतेंद्र ने सोचा कि पत्नी का व्रत खुलवाने के बाद फिर से एयरपोर्ट वापिस आ जाएंगे। फ्लाइट का टाइम हुआ तो शोभा ने जिद्द की अब घर पर ही रुक जाए तो जीतेंद्र ने मेकअप आर्टिस्ट को भी वापिस बुला लिया और अगले दिन वहां से रवाना होने का फैसला किया। जीतेंद्र ने अपने पाली हिल स्थित घर से एयरपोर्ट की तरह देखा तो उन्हें एक आग का गोला दिखाई दिया। कुछ ही समय बाद खबर आई कि इंडियन एयरलाइन की जिस फ्लाइट से जीतेंद्र जाने वाले थे वो क्रैश हो गई है। इस तरह से जीतेंद्र अपनी पत्नी की बदौलत बाल-बाल बचे।
200 से ज्यादा फिल्में की लेकिन नहीं मिला कोई अवॉर्ड
जीतेंद्र ने अपने एक्टिंग करियर में 200 से ज्यादा फिल्में की लेकिन उन्हें कभी एक्टिंग के कोई अवॉर्ड नहीं मिला। साल 2002 से लेकर 2012 तक जीतेंद्र को 5 बार लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
कभी कंगाल हो गए थे जीतेंद्र, फिर...
100 रु. महीना कमाने वाले जीतेंद्र आज करीब 1512 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं लेकिन मुश्किल समय का सामना उन्होंने भी किया। वह दिवालिया होने की कगार पर खड़े हुए। दरअसल, जीतेंद्र को बीच के कुछ सालों में फिल्मों में काम मिलना कम हो गया था। तो उन्होंने अपनी सालों की कमाई 1982 में आई फिल्म दीदार-ए-यार फिल्म बनाने में लगा दी जो बुरी तरह फ्लॉप हो गई। जीतेंद्र को उस समय 2.5 करोड़ का नुकसान हुआ और वह कंगाल हो गए। इस नुकसान से बाहर आने के लिए जीतेंद्र ने बैक-टू-बैक 60 फिल्में की जिनमें से ज्यादातर रीमेक थीं।
खोला खुद का होम प्रो़डक्शन
हालांकि इसके बाद जीतेंद्र ने अपना होम प्रो़डक्शन खोला। अब जीतेंद्र सालों से फिल्मों में नजर नहीं आ रहे है। बावजूद इसके वह होम प्रोडक्शन, बालाजी टेलीफिल्म्स, ऑल्ट एंटरटेनमेंट, बालाजी मोशन पिक्चर के जरिए सालाना 200-300 करोड़ कमाते हैं। जीतेंद्र आज जिसघर में रहते हैं उसकी कीमत करीब 90 करोड़ रु. है और मुंबई और अन्य शहरों में उनके कई लग्जरी प्रॉपर्टी भी हैं।
टीवी क्वीन है बेटी एकता कपूर
उनकी बेटी एकता कपूर जिन्हें टीवी की क्वीन कहा जाता है। वह भी अपने काम से अपनी खास पहचान बनाए हुए हैं। बेटे तुषार कपूर भी बॉलीवुड हीरो के रूप में नजर आए लेकिन उन्हें हीरो के रूप में कुछ खासा पहचान नहीं मिल पाई।