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महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद तितली आसन, जान लें करने का तरीका

  • Edited By neetu,
  • Updated: 08 Sep, 2021 02:51 PM
महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद तितली आसन, जान लें करने का तरीका

सेहतमंद रहने के लिए रोजाना योगा करना बेहद फायदेमंद माना गया है। इससे इम्यूनिटी व पाचन तंत्र मजबूत होने में मदद मिलती है। ऐसे में बीमारियों की चपेट में आने का खतरा कई गुणा कम रहता है। इसके इसके मानसिक शांति का भी एहसास होता है। वहीं महिलाओं को अक्सर सेहत संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आप तितली आसन कर सकती है। चलिए जानते हैं इसके बारे में...

तितली आसन

यह योगासन तितली और आसन दो शब्दों के जोड़ से बना है। इसका अर्थ है कि तितली की अवस्था में बैठना। ऐसे में यह आसान करने में काफी आसान है मगर इससे कई फायदे मिलती है। चलिए जानते हैं तितली आसन करने का तरीका व इसके फायदे...

तितली आसन करने का तरीका...

. सबसे पहले जमीन पर मैट बिछाकर आराम मुद्रा में बैठ जाएं।
. अब अपने दोनों पैरों को आगे की ओर फैलाएं।
. इसके बाद पैरों को धीरे से मोड़कर दोनों घुटनों व तलवों को एक-दूसरे से मिला लें।
. आप चाहें तो दंडासन अवस्था में भी बैठ सकती है।
. अब अपने हाथों की मदद से दोनों जांघों को जमीन से लगाएं।
. इसके बाद दोनों हाथों से पैरों के तलवे पकड़ें।
. आंखें बंद करके एकदम शांत हो जाएं।
. उसके बाद तितली की तरह पैरों को हिलाते हुए कुछ सेकेंड इसी अवस्था में रहिए।
. बाद में सामान्य मुद्रा में आ जाएं।
. इस आसन को 4-5 बार दोहराएं।

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तितली आसन करने के फायदे...

 

. मांसपेशियों में आएगी मजबूती

इस आसन को करने से मसल्स का तनाव कम होता है। साथ ही मांसपेशियों में मजबूती आती है।

. पीठ दर्द से दिलाए छुटकारा

तितली आसन करने से शरीर में खिंचाव होता है। ऐसे में पीठ दर्द से आराम मिलता है।‌

. पीरियड संबंधी समस्याएं करे दूर

इस आसन को करने से ओवरी में ब्लड फ्लो बढ़ने में मदद मिलती है।‌‌ ऐसे में अनियमित पीरियड की समस्या दूर होने में मदद मिलती है।

. प्रजनन अंगों को पहुंचाए फायदा

रोजाना तितली आसन करने से सभी प्रजनन अंगों में बेहतर तरीके से ब्लड सर्कुलेशन होता है। ऐसे में प्रजनन शक्ति बढ़ती है।

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. गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद

हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, गर्भवती महिलाओं के लिए तितली आसन बेहद फायदेमंद होता है। इसे गर्भावस्था के सातवें महीने तक किया जा सकता है। यह महिलाओं के पेट और एब्डोमेन में होने वाले दर्द से आराम दिलाता है। साथ ही इससे  हिप्स, थाइस और पेल्विक एरिया की एक्सरसाइज होती है, ऐसे में डिलीवरी में आसानी आती है।

 

 

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