भारतीय रेलवे ने यात्रियों, विशेषकर माताओं और उनके छोटे बच्चों की सुविधा के लिए ट्रेन में बेबी बर्थ की व्यवस्था की है। यह पहल माताओं को अपने बच्चों के साथ यात्रा करने में अधिक आरामदायक बनाने के उद्देश्य से की गई है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी दी है, इसके साथ ही बताया है कि माताओं को इससे क्या लाभ मिलेगा।
कुछ ट्रेन में है ये सुविधा
रेल मंत्री ने बताया कि भारतीय रेलवे ने शिशुओं के साथ माताओं की यात्रा को आसान बनाने के लिए लखनऊ मेल में प्रायोगिक तौर पर दो बेबी बर्थ उपलब्ध कराए हैं। उन्होंने कहा- ‘‘यात्रियों की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली और उन्होंने इस प्रयास की सराहना की। हालांकि, इसकी वजह से सीट के नीचे सामान रखने की जगह और सीटों के बीच पैर रखने की जगह सीमित हो जाने के कारण यात्रियों को असुविधा हुई।''
बच्चों की सुरक्षा का विशेष ध्यान
यह सुविधा प्रायोगिक आधार पर प्रदान की गई है और इसे प्राप्त करने की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। दरअसल बेबी बर्थ छोटे बच्चों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई एक छोटी बर्थ होती है जो माता-पिता की बर्थ के साथ अटैच होती है। इन बर्थों में बच्चों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था होती है, जैसे सेफ्टी बेल्ट और पेडिंग।
कैसे प्राप्त करें बेबी बर्थ की सुविधा
जब आप ट्रेन टिकट बुक कर रहे हों, तो आप बेबी बर्थ की सुविधा का अनुरोध कर सकते हैं। यह विकल्प ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफार्म जैसे IRCTC की वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर उपलब्ध हो सकता है। अगर ऑनलाइन बुकिंग के समय यह सुविधा उपलब्ध नहीं होती है, तो आप यात्रा के दिन स्टेशन पर जाकर टिकट बुकिंग काउंटर पर या ट्रेन कंडक्टर से भी बेबी बर्थ की मांग कर सकते हैं।
बेबी बर्थ के लाभ
फिलहाल, यह सुविधा कुछ विशेष ट्रेनों में ही उपलब्ध है, और इसे धीरे-धीरे अन्य ट्रेनों में भी लागू किया जा रहा है। इसलिए यह देखना आवश्यक है कि आपकी यात्रा के लिए चुनी गई ट्रेन में यह सुविधा उपलब्ध है या नहीं। इस बर्थ के चलते माताओं के लिए अपने बच्चों के साथ यात्रा करना अधिक सुविधाजनक होता है। बच्चे के लिए अलग बर्थ होने से मां और बच्चे दोनों को अधिक आराम मिलता है। इसके अलावा बेबी बर्थ की विशेष डिजाइन बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
महत्वपूर्ण बातें
बेबी बर्थ की उपलब्धता की पुष्टि करने के लिए बुकिंग से पहले रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन से जानकारी प्राप्त करें। यात्रा के दौरान किसी भी समस्या के लिए ट्रेन में मौजूद टीटीई (ट्रेन टिकट एग्जामिनर) से संपर्क करें।भारतीय रेलवे की इस पहल से माताओं को अपने बच्चों के साथ सुरक्षित और आरामदायक यात्रा करने में मदद मिलेगी।