हर इंसान की जिंदगी में बुढ़ापे का आना तय है लेकिन कोई इसे जीना नहीं चाहता। क्योंकि लोगों को लगता है कि बुढ़ापे के साथ कई परेशािनयां भी आती है और यह सोच- साेच कर वह समय से पहले ही अपने आप को कई बीमारियों में जकड़ लेते हैं। अगर आप भी बुढ़ापे से डर रहे हैं तो यह गलत है क्योंकि ऐसा कर आप अपनी सेहत खराब कर रहे हैं।
एक स्टडी में भी ये बात सामने आई है कि बुढ़ापे का ख्याल लोगों की सेहत पर बुरा असर डाल रहा है। अमेरिका के ऑरेगन स्टेट यूनिवर्सिटी में की गई स्टडी के मुताबिक जो लोग बुढ़ापे को लेकर पॉजिटिव सोच रहे हैं उनकी सेहत बिल्कुल ठीक है और जो अपने बुढ़ापे को लेकर निगेटिव सोच रहे हैं, उनमें स्ट्रेस लेवल बहुत ज्यादा पाया गया है। रिसर्चर का मानना है कि आपकी सोच सेहत पर बहुत असर डालती है।
स्टडी में यह बात भी सामने आई है कि रोजाना और लंबे टाइम से झेल रहे स्ट्रेस का सीधा- सीधा असर सेहत पर पड़ता है। स्ट्रेस के चलते हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज जैसी समस्याएं हो सकती है। इस स्टडी में 52 से 88 साल की उम्र के 105 बूढ़े लोग शामिल किए गए थे। स्टडी में पाया गया कि जिन लोगों में बुढ़ापे को लेकर ज्यादा निगेटिव फीलिंग्स थी उनको स्वास्थ संबंधी कई समस्याएं थी।
बुढ़ापे में इंसान शारीरिक रूप से कमज़ोर और दूसरों पर आश्रित हो जाता है। एक रिसर्च के मुताबिक़ बुढ़ापे में कैंसर, अल्ज़ाइमर और हड्डियों की कई बीमारियों का शिकार होकर दुनिया भर में हर रोज़ क़रीब एक लाख बुज़ुर्गों की मौत होती है। लकिन अगर आप अपनी तंदुरुस्ती की प्रक्रिया का अच्छी तरह ध्यान रखें, तो बुढ़ापा आपकी ज़िंदगी का एक अद्भुत हिस्सा भी हो सकता है।