ऑनलाइन डेटिंग एप्प्स का ट्रेंड पिछले काफी समय से चल रहा है, लेकिन कुछ दिनों से इस एप्प का क्रेज युवाओं में कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहा है। पुराने समय में जहां परिवार वाले रिश्ते तय करते थे, आज कल इंटरनेट की दुनिया पर ही लोग रिश्तों की तलाश में लगे हुए हैं। हालांकि इन चीजों का फायदे से ज्यादा नुकसान हो रहा है, जिस पर ध्यान देने की जरूरत है।
डेटिंग एप्प्स में जो लोग अपना पार्टनर ढूंढ़ना चाहते हैं वह अपनी प्रोफ़ाइल इन एप्प्स पर शेयर कर देते हैं , जिससे की उनकी निजी बातें भी दुनिया के सामने आ जाती हैं। इन एप्प्स को इस तरह बनाया जाता है कि इसमें जो लोग अपनी प्रोफाइल डाल रहे है उनकी रूचियों के हिसाब से उन्हें potential matches दिखाए जाते हैं। इसके बाद यूजर अपनी पसंद के हिसाब से प्रोफाइल को लाइक करते हैं और इस तरह से दो लोग एक दूसरे के संपर्क में आ जाते हैं।
यह कॉन्सेप्ट विदेश से उठाया गया है और हमारे देश के युवाओं में भी बहुत मशहूर हो रहा है। ये एप्प्स अक्सर उन लोगो के लिए ज्यादा फायदेमंद है जिनका सोशल सर्किल बहुत छोटा है या फिर वह अपने आस- पास के लोगों से बात करने से घबराते हो। इससे मिलते-जुलते विचार वाले लोगो को घर बैठे-बैठे कई सारे विकल्प मिल जाते है जिनसे वह एक रिलेशनशिप या दोस्ती की उम्मीद रखते हैं। कई लोगो को सिर्फ शॉर्ट-टर्म के लिए दोस्त या पार्टनर चाहिए होते है तो वही कई लोग लम्बे और स्वस्थ रिलेशनशिप्स की तलाश में इस तरह की एप्प्स का इस्तेमाल करते है। हर किसी की आवश्यकताएं अलग-अलग होती है और डेटिंग एप्प्स के जरिए वह अपनी फिलिंग्स को जाहिर कर सकते है।
इसके फायदे तो हमने सुन ही लिए है तो चलो इसके कुछ नुकसान के बारे में भी जान लिया जाए। ऑनलाइन की दुनिया में बहुत सारे स्कैम्स होते रहते है जिनसे बचना बहुत ही ज़रूरी है। एक रिसर्च के हिसाब से कई लोग अपना पार्टनर ढूंढ़ने के चक्कर में ऐसे फस जाते हैं कि उनका वहां से निकलना ही मुश्किल हो जाता है। अक्सर ऐसा होता है कि बहुत सारी बातें जो किसी ने अपनी प्रोफाइल के ऊपर लिखी हो वह झूठ होती है और लोगों को इसका शिकार होने में कुछ ज़्यादा समय भी नहीं लगता।
इसके अलावा ये एप्प्स ज़्यादातर शारीरिक दिखावट के ऊपर ही आधारित होती है न कि इंसान के व्यक्तित्व के ऊपर। अगर आप एक लम्बा और स्वस्थ रिलेशन चाहते हैं तो शारीरिक दिखावट को साइड पर रखते हुए ही किसी को जज करना चाहिए। इन सब बातो को दिमाग में रखते हुए हमें अपने हर कार्य को ध्यान से और सतर्क रहकर करना चाहिए। किसी और के बारे में सोचते -सोचते हमें अपने आप के बारे में कभी भी नहीं भूलना चाहिए। इसके अलावा हमें कोशिश करनी चाहिए कि हम जो भी कर रहे हैं उससे न तो हमारा कोई नुक्सान हो और ना ही किसी और का।