‘कान फिल्म महोत्सव’ में कई भारतीय फिल्मों का प्रदर्शन किया जा रहा है। इस बार भारत ‘कंट्री ऑफ ऑनर’ के रूप में इस महोत्सव का सह मेजबान है।‘कान फिल्म मार्केट’ में दिखाई जाने वाली फिल्मों में, दो बार ऑस्कर जीत चुके संगीतकार ए. आर. रहमान की निर्देशक के तौर पर पहली फिल्म ‘ला मस्क’ भी शामिल है।
इस फिल्म को ‘एक्स आर’ कार्यक्रम के तहत प्रदर्शित किया गया, जहां अनुराग ठाकुर ने कान्स एक्सआर में लॉस एंजेलिस स्थित कंपनी पॉज्रिटॉन द्वारा डिजाइन की गई एक इमर्सिव वीआर कुर्सी पर बैठकरइस फिल्म को देखा। रहमान की पत्नी सायरा के विचारों पर आधारित इस फिल्म में ‘हैप्टिक्स’ जैसी तकनीक का प्रयोग किया गया है।
अंग्रेजी भाषा की 36 मिनट की फिल्म ‘ला मस्क’ की कहानी एक संगीतकार महिला के जीवन पर आधारित है। फिल्म के निर्माण में जटिल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है इसलिए इसे पूरा होने में पांच साल से अधिक का समय लगा। फिल्म में मुख्य भूमिका अभिनेत्री एवं गायिका नोरा आर्नेजेडर ने निभाई है।
इसकी परिकल्पना 75 मिनट की फिल्म के रूप में की गई थी, लेकिन तकनीकी कारणों से इसकी अवधि आधी कर दी गई। इस साल ‘कान फिल्म मार्केट’ में तमिल फिल्म ‘इराविन निझाल’ को भी दिखाया जा रहा है, जिसका संगीत रहमान ने दिया था। रहमान की फिल्म के अलावा भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से चयनित छह फिल्में, ‘रॉकेटरी: द नाम्बी इफेक्ट’, ‘गोदावरी’, ‘अल्फा बीटा गामा’, ‘बूम्बा राइड’, ‘धुईन’ और ‘ट्री फुल ऑफ पैरेट्स’ भी कान महोत्सव में दिखाई जाएंगी।