बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन आज अपना 80वां जन्मदिन मना रहे हैं । फिल्म जगत में पांच दशक का समय बिता चुके बिग बी आज भी निर्देशकों की पहली पसंद हैं जो उन्हें अपनी फिल्मों में लेने के लिए आतुर नज़र आते हैं । साल 1975 में आई फिल्म ‘शोले’ का निर्देशन करने वाले रमेश सिप्पी से लेकर 47 साल बाद ‘ब्रह्मास्त्र’ का निर्देशन करने वाले आयान मुखर्जी तक, सभी निर्देशकों की पहली पसंद बच्चन ही होते हैं।
रमेश सिप्पी ने कहा-उनकी कितनी शानदार पारी रही है और वह लगातार बेहतर होते जा रहे हैं। उन्होंने कॉमेडी, ड्रामा, रोमांस और गीत और नृत्य से लेकर कई विविध भूमिकाएं निभाई हैं। वह हर तरह का किरदार अच्छी तरह से निभाते हैं या कहा जाए कि किरदार को पूरी तरह से आत्मसात कर लेते हैं। क्या कोई उनसे बड़ा है या बेहतर है? ”
दिलचस्प बात यह है कि अमिताभ बच्चन के 80वें जन्मदिन के चार दिन बाद उनकी नई फिल्म ‘गुडबाय’ की रिलीज़ होगी। इस फिल्म के निर्देशक आयान मुखर्जी ने कहा- मेरे लिए अमिताभ बच्चन को अपनी फिल्म में लेना बड़ी बात है। वह भारतीय सिनेमा के पितामह हैं। वह फिल्म जगत में सबसे सम्मानित शख्सियत हैं।” बच्चन ने 1969 में आई फिल्म ‘सात हिंदुस्तानी’ से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी लेकिन 1973 में आई ‘ज़ंजीर’ से उन्हें कामयाबी मिली।
इसके बाद उन्होंने ‘डॉन’, ‘दीवार’, ‘चुपके-चुपके’ , ‘शक्ति’ और ‘सिलसिला’ समेत कई बेहतरीन फिल्में दीं। हालांकि बाद में बच्चन ने अपनी उम्र को देखते हुए किरदार चुने और ‘मोहब्बतें’ और ‘बागवान’ जैसी फिल्मों की। वर्ष 2000 में उन्होंने छोटे पर्दे यानी टीवी का रुख किया और ‘कौन बनेगा करोड़पति’ कार्यक्रम की मेज़बानी की। यह कार्यक्रम 22 साल बाद आज भी प्रसारित हो रहा है। बच्चन के साथ पहले एक विज्ञापन में काम करने वाले और फिर उनकी ‘चीनी कम’ फिल्म का निर्देशन करने वाले आर बाल्की ने कहा कि हर फिल्मकार की पहली पसंद बच्चन ही होते हैं और हर कोई उनके साथ काम करना पंसद करता है।”
‘‘चीनी कम’’ में बिग बी 60 साल के एक अहंकारी शेफ की भूमिका में नजर आए जो उम्र में अपने से बहुत छोटी तब्बू से रोमांस करता है। वहीं ‘‘पा’’ फिल्म में उन्हें प्रोजेरिया से पीड़ित 12 साल के बच्चे के किरदार में देखा गया। उन्हें टीवी श्रृंखला ‘‘युद्ध’’ (2014) और 2016 में आई रहस्य आधारित थ्रिलर “Te3n” में निर्देशित करने वाले रिभु दासगुप्ता ने कहा ‘‘मैं कोलकाता से आता हूं जहां उन्हें भगवान की तरह पूजा जाता है। कोलकाता में अमिताभ बच्चन मंदिर है। लेकिन जब मैने उन्हें निर्देशित किया तो मुझे अपने अंदर छिपे उनके प्रशंसक को अलग रखना पड़ा। वह सब कुछ जानते हैं। कैमरा कहां होना चाहिए, लाइट कब और कहां होना चाहिए, क्या छूट रहा है... सब कुछ । वह देखते हैं कि सामने वाला क्या कर रहा है। उन्होंने कहा ‘‘बिग बी वास्तव में अभिनय की एक पाठशाला हैं। उनके जैसे व्यक्तित्व की व्याख्या करने के लिए यह पंक्तियां भी बहुत कम हैं।’’