गर्मियों के बीच शुरू हुए मानसून सीजन में वायरल के साथ महिलाओं में होने वाली ब्यूटी प्राॅब्लम भी बढ़ जाती है। मानसून सीजन में अकसर स्कीन डल और बेजान होने लगने लगती हैं। इसके लिए स्कीन को एकस्ट्रा केयर की जरूरत पड़ती हैं। अधिक गर्मी की वजह से चेहरे का नेचुरल ग्लो भी चला जाता है ऐसे में त्वचा को नाइट केयर करने की जरुरत है। नाइट केयर के लिए आपको किसी महंगी क्रीम या फेसपैक ट्राई करने की जरुरत नहीं है इसके लिए आप आपने घर पर ही मौजुद एलोविरा को युज कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं कैसे करें इसका इस्तेमाल-
एलोवेरा और नींबू-
मानसून सीजन में अकसर स्कीन चिपचिपी होने लगती हैं जिससे चेहेरे की रंगत उड़ जाती हैं। इसके लिए आप एलोवेरा जेल में कुछ बूंदें नींबू की मिलाकर एक मिश्रण बनाए। इसके बाद इस लेप को को सोने से ठीक पहले अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं। सुबह उठते ही चेहरे को ठंडे पानी से धोएं। ऐसा नियमित करने पर आपकों बेहतर रिजल्ट मिलेगा।
ड्राई स्कीन के लिए एलोवेरा जेल-एसेंशियल ऑयल
गर्मियों और मानसून में स्किन अगर डल और ड्राई है तो इसके लिए आप नाइट में एलोवेरा जेल में एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें या कोल्ड प्रेस्ड वर्जिन कोकोनट ऑयल मिलाकर लगाएं। इससे आपकी स्कीन साॅफ्ट और ब्राइट होगी। इसके अलावा यह मिश्रण पूरी तरह से नेचुरल होने की वजह से आपको पिपंल से भी छुटकारा दिलाएगा।
एलोवेरा क्लींजर -
एलोवेरा अच्छा क्लींजर माना जाता है तो चेहरे पर निखार के लिए एलोवेरा जेल लगाएं। एलोवेरा त्वचा को पोषण देने के अलावा एक बहुत अच्छा मॉइश्चराइजर भी है।
चेहरे के रिंक्लस को करे दूर-
एलोवेरा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स की मात्रा भरपुर होती है। यह चेहरे पर मौजूद महीन रेखाओं को हटाने में मदद करता है। एलोवेरा जेल को मुंह पर लगाने से स्किन टोन लाइट होता है जिसके कारण आपके चेहरे पर चमक-दमक बरकरार रहती है।
डेड स्किन हटाए-
चेहरे की डेड स्किन को हटाने के लिए पहले अपने चेहरे को अच्छी तरह से साफ करे। इसके बाद एलोवेरा जेल की एक लेयर चेहरे पर अच्छी तरह से लगा लें। 10-15 मिनट लगा रहने के बाद हल्के हाथों से मसाज करते हुए चेहरे को धो लें।
एलोवेरा की खासियत-
एलोवेरा एक औषद्धी पौधा है। इसमें कैल्शियम, जस्ता, तांबा, पोटेशियम, लोहा, सोडियम, मैग्नीशियम, क्रोमियम और मैंगनीज प्रचुर मात्रा में पाया जाता है और इसमें विटामिन के गुण भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें विटामिन ई, विटामिन सी, विटामिन बी 12, बी 6, बी 2, बी 1, विटामिन ए, बी 1, बी 2, बी 6, नियासिन और फॉलिक एसिड भी मौजुद होता है।