इंडियन एयरफोर्स के शहीद पायलट स्क्वॉड्रन लीडर समीर अबरोल की पत्नी गरिमा अबरोल आज लाखों लड़कियों के लिए प्रेरणा बन चुकी है। एयरक्राफ्ट के क्रैश के दौरान जान गंवाने वाले स्क्वाड्रन लीडर समीर अबरोल की पत्नी गरिमा अबरोल पति की शहादत के बाद भी टूटी नहीं बल्कि उन्होंने सभी चुनौतियों को पार कर नया मुकाम हासिल किया। गरिमा आज एयरफोर्ट में फ्लाइंग ऑफिसर बन चुकी हैं। पहली पासिंग आउट परेड में पहनी गई यूनिफॉर्म को उन्होंने अपने शहीद पति स्क्वाड्रन लीडर समीर को समर्पित की थी। वह उन तमाम महिलाओं के लिए आदर्श बन चुकी हैं जो अक्सर अपनी तकलीफ की वजह से खुद को आगे बढ़ने से रोक देती हैं।
गरिमा के साहस और संघर्ष की पूरी कहानी
- भारतीय वायु सेना में शामिल होने से पहले अबरोल बेंगलुरु शहर में एक डांस फिटनेस ट्रेनर थी।
- स्क्वाड्रन लीडर समीर अबरोल से उनकी शादी 2015 में हुई थी
- 1 फरवरी 2019 को स्क्वाड्रन लीडर समीर अबरोल का मिराज-2000 लड़ाकू विमान टेक-ऑफ रन के दौरान क्रैश हो गया था। दुर्घटना में विमान रनवे से नीचे उतर गया और इसके बाद विमान एक बैरियर और दीवार को तोड़ते हुए फट गया।
- अपने पति की मृत्यु के बाद, गरिमा ने वायु सेना में शामिल होने का निर्णय लिया।
- अपने पति की मृत्यु के पांच महीने बाद, उन्होंने जुलाई 2019 में सेवा चयन बोर्ड (SSB) के साक्षात्कार में सफलता प्राप्त की।
- इसके बाद अबरोल वायु सेना अकादमी में शामिल हुई और जनवरी 2020 में आईएएफ अकादमी में उनका कोर्स शुरू हुआ।
- प्रोफेशनल ट्रेनिंग पूरी करने के बाद गरिमा को ‘प्रेसिडेंटस कमिशन” प्रदान किया गया।
- एयरफोर्स एकेडमी में हुई पासिंग आउट परेड में गरिमा अबरोल भी शामिल हुई थी, जिन्हे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सम्मानित किया था।
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गरिमा ने अपने पति की शहादत के बाद एक भावुक पोस्ट लिखा था, जिसे आज भी लोग भुला नहीं पाए हैं। इस पोस्ट में लिखा था- 'मैं गरिमा अबरोल हूं.।मैं शहीद स्क्वाड्रन लीडर समीर अबरोल की पत्नी हूं। मेरे आंसू अभी तक नहीं सूखे हैं, मुझे अब तक विश्वास नहीं हो रहा है कि तुम चले गए हो। मेरे सवालों का कोई जवाब नहीं दे रहा है, मेरे पति को भारतीय होने पर गर्व था। गरिमा ने लिखा था कि, 'कितने और पायलटों को इस बात के लिए कुर्बानी देनी होगी जिससे इस सिस्टम के लोगों को एहसास हो कि कुछ गलत हुआ है। आपको जगाने के लिए कितने और पायलटों को अपनी जान देनी होगी.?'