30 APRTUESDAY2024 4:11:39 AM
Nari

प्रदूषण से बचाव के लिए इस मास्क का इस्तेमाल बेहतर

  • Updated: 11 Sep, 2016 04:46 PM
प्रदूषण से बचाव के लिए इस मास्क का इस्तेमाल बेहतर
अक्सर लोग प्रदूषण और डस्ट से बचने के लिए मुंह पर स्कार्फ या रूमाल बांधते हैं।   इसके पीछे हमारा उद्देश्य धुएं, धूल मिट्टी आदि को अंदर जाने से रोकना होता है। इस सब के बाद हम यह मान बैठते हैं कि प्रदूषण हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता लेकिन यह हमारी गलतफहमी होती है।  
 
एमहर्स्ट स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स के वैज्ञानिकों के अध्ययन मुताबिक इस तरह के कपड़े कुछ हद तक ही प्रदूषण से बचाव करते हैं, जबकि इनकी तुलना में बाजार में मिलने वाले मास्क कहीं बेहतर होते हैं। 
  
शोधकर्ता रिचर्ड पेल्टियर के अनुसार प्रदूषण से बचाव के लिए मास्क पहनने वाले लोग अपने आपको सुरक्षित महसूस करते हैं, लेकिन चिंता इस बात की है कि यदि वे किसी डीजल ट्रक के सामने खड़े हो जाएं तो क्या वे सुरक्षित हैं।
 
 
शोधकर्ताओं के दल ने नेपाल में चार प्रकार के मास्क का परीक्षण किया जिनमें  कपड़े  से निर्मित मास्क का प्रदर्शन  बेहतर रहा और यह 80-90 फीसदी कृत्रिम कणों तथा डीजल गाड़ियों से निकलने वाले लगभग 57 फीसदी हानिकारक कणों को दूर रखने में सक्षम रहा।
 
 
वहीं, मास्क के रूप में इस्तेमाल में लाया गया रुमाल या स्कार्फ 2.5 माइक्रो मीटर से कम आकार के कणों से बचाने में बेहद सीमित तौर पर लाभकारी साबित हुआ, जो बड़े कणों की तुलना में अधिक हानिकारक है, क्योंकि वे फेफड़े की गहराई तक पहुंच जाते हैं।
 
शोध दल के हिस्सेदार रहे कबींद्र शाक्य के अनुसार, "हमारा अध्ययन यह दर्शाता है कि लोगों को यह पता होना चाहिए कि रुमाल या स्कार्फ बेहद सीमित रूप से उनका बचाव करते हैं। लेकिन बात तो यही है कि कुछ नहीं से अच्छा कुछ तो है।"
 
यह निष्कर्ष 'एक्सपोजर साइंस एंड एन्वायरमेंटल एपिडेमियोलॉजी' नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।
 

Related News